मंडी : मंडी जिला में बीते तीन दिनों से हो रही लगातार भारी बारिश के चलते जिला भर में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। हाई अलर्ट के दौरान लोगों से अपने आसपास सावधानी बरतने और नजर बनाए रखने का आहवान किया है। यदि किसी भी प्रकार की कोई प्राकृतिक आपदा नजर आती है तो इसकी सूचना जिला प्रशासन को या संबंधित उपमंडलीय प्रशासन को देकर सहायता मांगी जा सकती है।
सभी नदी नाले उफान पर
वहीं भारी बारिश के कारण जिला के नदी नाले उफान पर हैं। खासतौर पर ब्यास नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। कुल्लू-मनाली में जितनी भी बारिश हो रही है उसका सारा पानी ब्यास नदी के साथ मंडी जिला से होता हुआ कांगड़ा जिला और उससे आगे जा रहा है। इस कारण ब्यास नदी के किनारे रहने वालों को अलर्ट जारी कर दिया गया है।
लारजी और पंडोह से छोड़ा जा रहा पानी
लारजी और पंडोह डैम से भी भारी पानी छोड़ा जा रहा है क्योंकि बारिश के इतने अधिक पानी को स्टोर कर पाना संभव नहीं। वहीं बीती रात औट बाजार के पास पानी आने से लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया। हालांकि इससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है लेकन रात के अंधेरे में लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
दवाड़ा के पास फिर बंद हुआ यातायात
दवाड़ा के पास फिर से ब्यास नदी का पानी सड़क पर आ जाने के कारण मनाली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे यहां बंद हो गया है। दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है। देर रात से ही यहां वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है और वैकल्पिक मार्गों का सहारा लिया जा रहा है। वहीं जिला की कुछ मुख्य सड़कें भूस्खलन और पेड़ आदि गिरने के कारण बाधित हुई है जिन्हें बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ है। इस कारण बहुत से कर्मचारी आज समय पर कार्यालयों में नहीं पहुंच पा रहे।
ऊहल नदी पूरे उफान पर
बरोट में बहने वाली उहल नदी भी पूरे उफान पर है। यहां पर पानी का जलस्तर खतरे के निशान से उपर बह रहा है। वहीं इस नदी पर टिक्कन के पास बने लोहे के पुल पर भी खतरा मंडराने लग गया है। इस पुल से भारी वाहन गुजारने के लिए इसके नीचे जो सुरक्षा पिल्लर लगाए गए थे उसमें से अधिकतर बह गए हैं। हालांकि पुल अभी सुरक्षित है और इससे हल्के वाहनों की आवाजाही भी संभव है लेकिन बरसात के इस मौसम में जोखिम न ही उठाया जाए तो बेहतर रहेगा।
एहतियात बरतें लोग : डीसी
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि जिला में आज हाई अलर्ट जारी किया गया है और लोगों से एहतियात बरतने को कहा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला में अभी तक कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है और जो नुकसान हुआ है उसका आंकलन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन उच्च स्तरीय बैठक करके राहत कार्यों की स्थिति जांचने जा रहा है और आगामी निर्णय लेने जा रहा है।