गगल – बिहार में माउंटेन मैन दशरथ मांझी ने अपने दम पर पहाड़ी खोदकर सड़क बना डाली थी। कुछ इसी तरह गंगेश्वर महादेव (गंगभैरो) में शिव भक्त बाबा टैहल गिर गोस्वामी ने साथ लगती पहाड़ी पर स्वयं-भू प्रकट शिव पर मंदिर बना दिया। बाबा को मेहनत करता देख आसपास के ग्रामीण भी मदद को आगे आ रहे हैं।
हालांकि मंदिर के लिए पक्की सड़क, पानी, बाउंडरी वाल और रसोईघर का निर्माण होना बाकी है, लेकिन पैसे की कमी आड़े आ रही है। बाबा ने बताया कि अगर सरकार व समाजसेवी संस्थाएं मदद करें, तो यह धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन जाएगा। पहाड़ी के जिस स्थान पर मंदिर बना है, वहां से कांगड़ा मंदिर, धर्मशाला स्टेडियम, गगल एयरपोर्ट समेत कई स्थान नजर आते हैं। यह शानदार नजारा भक्तों को आकर्षित करता है। बाबा के पास जो भी चढ़ावा होता है, मंदिर पर खर्च कर देते हैं, लेकिन अब अगर सहयोग न मिला तो काम करवाना मुश्किल हो जाएगा।
सरकार-प्रशासन करे मदद
बाबा के साथ हाथ बंटा रहे स्थानीय ग्रामीण सतीश कुमार, नरेश, सुरेंद्र, अजय, सोनू, निक्का, मिट्ठू, अनूप धीमान आदि ने सरकार व प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि पर्यटन के साथ-साथ भाषा विभाग को तथा समाजसेवी संस्थाओं को आगे आना चाहिए।
ये हैं आकर्षण के केंद्र
गंगभैरो में दो स्वयं-भू शिवलिंग हैं। एक भरमौर तो दूसरा नादौन वाले शिवलिंग का प्रतिरूप है। नादोन वाला शिवलिंग सालाना जौ भर बड़ा जाता है, जबकि गंगभैरो वाला जौ भर वार्षिक घट रहा है। इसके आसपास खुदाई की कोशिश भी हुई, लेकिन इसका कोई अंत नहीं, ऐसी मान्यता है।
स्रोत : दिव्या हिमाचल