दिसंबर तक बन जाएगा कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन

कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन इस बार के अंत तक बनकर तैयार हो जाएगा। निर्माता कंपनी गाबर कंस्ट्रक्शन इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है। अभी मल्यावर व थापना टनल का कार्य जोरों पर चला है। ये दोनों टनल 31 जुलाई तक ब्रेक-थ्रू हो जाएंगी।

वैसे कंपनी प्रबंधन की ओर से फोरलेन का कार्य पूरा करने का लक्ष्य फरवरी, 2024 निर्धारित किया गया है, लेकिन जिलाधीश पंकज राय की दिनरात की कड़ी मेहनत व काम को गति देने के लिए किए गए अथक अथक प्रयासों की बदोलत अब यह लक्ष्य दिसंबर, 2022 तय हुआ है।

उपायुक्त लगातार कंपनी प्रबंधन के साथ बैठकें कर प्रगति पर फीडबैक ले रहे हैं और जो भी छोटे-बड़े मसले उनके ध्यान में लाए गए, उन्हें तत्काल प्रभाव से खत्म कर मंडी के भवाणा तक सारी लाइन को क्लीयर कर दिया गया है।

गाबर कंस्ट्रक्शन कंपनी के महाप्रबंधक कर्नल बीएस चौहान ने बताया कि मल्यावर से टीहरा के लिए निर्माणाधीन 1265 मीटर लंबी सुरंग और 465 मीटर लंबी थापना टनल का कार्य जोरों पर चला है और उम्मीद है कि यह कार्य 31 जुलाई तक पूरा हो जाएगा।

अभी तक टीहरा से मल्यावर की ओर टनल का कार्य मात्र सौ मीटर ही शेष बचा है। ऐसे में कंपनी निर्धारित समयावधि के अंदर इस कार्य पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

थापना टनल की लंबाई 465 मीटर, तुन्नू से ढलियार टनल की लंबाई 550 मीटर, मल्यावर टनल की लंबाई 1265 मीटर और मंडी जिला में आने वाली टनल डैहर के पास 740 मीटर लंबी सुरंग बन रही है। तय समयावधि के अंदर इन टनल का काम पूरा किया जाएगा।

26 किलोमीटर रह जाएगी बिलासपुर की दूरी

कीरतपुर से नेरचौक तक 125 किलोमीटर का फासला है, जो कि फोरलेन बनने से कम होकर महज 85 किलोमीटर रह जाएगा। बिलासपुर की दूरी 26 किलोमीटर होगी। कुल 47 किलोमीटर के इस फोरलेन में छोटी बड़ी 5 टनल और मेजर व माईनर 22 ब्रिज बनेंगे।

एक किलोमीटर के बाद एक ब्रिज बनेगा। इसके अलावा भगेड़ में फ्लाईओवर बन रहा है। फोरलेन का कार्य पूर्ण होने पर गरामोड़ा से मंडी की दूरी 40 किलोमीटर कम होगी।

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