करसोग के पूर्व विधायक मस्तराम ने की आत्महत्या

हिमाचल प्रदेश में एक बड़ी खबर सामने आई है. कहा जा रहा है कि मंडी जिले के करसोग के पूर्व विधायक मस्तराम ने आत्महत्या कर ली है. उन्होंने सुंदरनगर के एक होटल में फंदा लगाकर आत्महत्या की है. इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. उनके चाहने वालों और परिजनों के बीच शोक की लहर है. वहीं, सूचना के बाद मौके पर स्थानीय थाना पुलिस पहुंच गई है.

जानकारी के मुताबिक, मस्तराम कांग्रेस की टिकट से 1993 और 2003 में विधायक रहे थे. मस्तराम ने 75 साल की उम्र में आत्महत्या की है. वहीं, पुलिस ने शव के पास के एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है. सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा था कि अपनी मौत का मैं खुद जिम्मेवार हूं. परिवार को  तंग न करें.

हालांकि, पुलिस अभी सुसाइड नोट को लेकर कोई खुलासा नहीं कर रही है. करसोग से कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके मस्तराम रविवार को ही नीजि होटल में रुके थे. आज दोपहर को उन्होंने आत्महत्या कर ली. डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने मामले की पुष्टि की है.

पुलिस मामले की जांच- पड़ताल कर रही है
वहीं, होटल की तरफ से इस बात की जानकारी सुंदरनगर पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस टीम ने मौके पर आकर शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच- पड़ताल शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि कल शाम को ही करीब 4 बजे मस्तराम इस होटल में आए और कमरा बुक करवाकर अंदर चले गए. डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच- पड़ताल कर रही है.

दो बार रहे थे विधायक
75 वर्षीय मस्तराम करसोग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर दो बार विधायक चुने गए थे. वर्ष 1993 में वे पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनकर आए और इसके बाद 2003 में उन्होंने फिर से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी. 2003 में उन्हें सरकार ने बोर्ड का चेयरमैन भी बनाया था. मिली जानकारी के अनुसार मस्तराम मूलतः निहरी के रहने वाले थे, लेकिन करसोग में उन्होंने अपना दूसरा घर बना लिया था. उनकी पहली पत्नी का काफी वर्ष पहले निधन हो गया था और उन्होंने दूसरी शादी कर ली थी.