हिमाचल प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर राज्य सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। प्रदेश में मास्क पहनना, अस्पतालों, कार्यालयों और सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग फिर से अनिवार्य होगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे 14 जुलाई को होने वाली प्रदेश कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा।
कैबिनेट बैठक में स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना की विस्तृत रिपोर्ट रखेंगे। 15 दिन के भीतर हिमाचल में कोरोना के एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 1,100 से पार हो गया है। बीते तीन दिन से कोरोना से मौत के मामले भी सामने आने लगे हैं।
जिला कांगड़ा, ऊना, शिमला, हमीरपुर और मंडी में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
प्रतिदिन अधिक से अधिक लोगों के सैंपल लेने के लिए कहा गया है। जो लोग गंभीर हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की हिदायत दी जा रही है।
इसके अलावा बूस्टर डोज लगाने के लिए अधिकारियों को ग्रामीण स्तर पर अभियान चलाने के लिए कहा गया है। स्वास्थ्य प्रधान सचिव सुभाशीष पांडा ने कहा कि विभाग को सैंपल बढ़ाने के लिए कहा गया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। सरकार ने अस्पतालों में एक मरीज के साथ एक तीमारदार को रहने के निर्देश दिए हैं। ओपीडी में भी ज्यादा भीड़ जमा न होने देने की सलाह दी गई है।
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