मंडी जिला में पद्धर उपमंडल की चौहार घाटी में 18 अगस्त की बाढ़ के बाद अब तक सड़क मुरम्मत शुरू नहीं हुई है जिस कारण तरस्वाण पंचायत के तहत 3 गाँव समालंग, गढ़गाँव और द्रगड़ के लोग परेशान हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि पीठ पर बीमार और फसलें ढोने को मजबूर तरस्वाण पंचायत के गांव समालंग, गढ़गाँव और द्रगड़ के ग्रामीण आज भी 18 अगस्त की रात हुई भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ की मार झेल रहे हैं।
बाढ़ के दौरान गांवों को जोडऩे वाली मुख्य सड़क पूरी तरह से बह गई थी, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी सड़क बहाल नहीं हो सकी है।
समालंग के ग्रामीणों ने बताया कि मार्ग बंद होने से अब उन्हें बीमार व्यक्तियों को लगभग तीन किलोमीटर दूर पीठ पर उठा कर पहुंचाना पड़ता है।
यही हाल नकदी फसलों का भी है—मटर, आलू, गोभी, मूली जैसी उपज ग्रामीणों को सड़कों के अभाव में खुद ही ढोनी पड़ रही है।
लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाने के बावजूद कोई अधिकारी या नेता मौके पर नहीं पहुंचा।
गांवों में अब आक्रोश बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क बहाली शुरू नहीं हुई तो वे आगामी चुनावों में पूर्ण बहिष्कार करेंगे और धरना-प्रदर्शन के लिए तैयार हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधि चुनावों के समय बड़े वादे करते हैं, परंतु धरातल पर कुछ भी नहीं होता। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई कर सड़क बहाली का कार्य आरंभ करे ताकि जीवन सुचारू रूप से चल सके।





























