हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे से जारी बरसात के कारण जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। एक तरफ सरकारी अमला अभी क्षति का आकलन कर रहा है, दूसरी तरफ दोपहर एक बजे तक आपदा प्रबंधन ने बरसात के कारण हुए हादसों पर रिपोर्ट जारी कर दी है।
पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 15 जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं हुई हैं, जबकि 13 जगहों पर बाढ़ के कारण नुकसान हुआ है। अब तक कुल कुल 06 मौतें भी रिकॉर्ड की गई हैं।
इसमें कुमारसेन के कोटगढ़ में घर के अंदर दबने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हुई है।
कुल्लू जिला के लंकाबेकर में भूस्खलन में एक महिला दब गई है। चंबा के ककीयां में भी लैंडस्लाइड में एक व्यक्ति के दबकर मरने की सूचना है।
शिमला शहर के पास रझाना में भी भूस्खलन के कारण एक 22 वर्षीय लडक़ी की मौत का मामला सामने आया है।
लडक़ी की मां गंभीर अवस्था में है और नानी अभी भी मलबे में फंसी हुई है।
आपदा प्रबंधन की रिपोर्ट कहती है कि लाहौल स्पीति चंद्र ताल लेक में 200 लोग अभी फंसे हुए हैं। स्पीति में सुबह से ही बर्फबारी हो रही थी।
हालांकि पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक यह सभी सुरक्षित हैं। रातभर जारी बारिश के कारण 11 घरों को नुकसान पहुंचा है और कई गाडिय़ां बह गई हैं।
ब्यास नदी के बेसिन में स्थित नेशनल हाईवे को कई जगह भारी नुकसान पहुंचा है। इसी बेसिन में तीन पुल भी बह गए हैं।
इसी नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार ने अगले दो दिनों के लिए स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का फैसला किया है।
इस मानसून में लगभग 200 पर्यटक फंसे हुए हैं। मंडी कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग भी पूरी तरह से बंद हो गया है।