मंगलवार से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्रे ,9 दिन माँ के इन रूपों की होगी पूजा

आप सभी को माँ भगवती की उपासना के पर्व नवरात्रों व हिन्दू नव वर्ष प्रतिपदा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। चैत्र नवरात्रे 9 दिनों का त्यौहार है जो आमतौर पर हिन्दू चन्द्र कैलेंडर के आधार पर मार्च या अप्रैल के महीनों में आता है। देश प्रदेश सहित जोगिन्दरनगर और इसके आस पास के क्षेत्रों में भी नवरात्रों के अवसर पर माँ चतुर्भुजा,माँ सिमसा,माँ जालपा,माँ बंडेरी,माँ माहेश्वरी,माँ सुरगनी,माँ भभौरी,माँ मंगरौली,माँ आशापुरी आदि मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है और समस्त जोगिन्दरनगर क्षेत्र भक्तिमय हो जाता है।

माँ चतुर्भुजा मंदिर बसाहीधार

यह है मान्यता

इस वर्ष यह त्यौहार 9 शुरू से शुरू हो रहा है और राम नवमी के उत्सव के साथ ही समाप्त होगा। चैत्र नवरात्रों का महत्त्व इसलिए है क्योंकि ऐसा माना जाता है की इन दिनों के दौरान देवी दुर्गा पृथ्वी पर रहते हुए अपने भक्तों को आशीर्वाद देती है।

चैत्र नवरात्रे 2024 की तिथि

चैत्र नवरात्रे को वसंत नवरात्रे भी कहा जाता है। यह 9 अप्रैल से शुरू हो रही है और 17 अप्रैल को समाप्त होगी।

  1. 9 अप्रैल : घट स्थापना और माँ शैलपुत्री पूजा
  2. 10 अप्रैल : माँ ब्रह्मचारिणी पूजा
  3. 11 अप्रैल को माँ चन्द्र घंटा की पूजा
  4. 12 अप्रैल को माँ कुष्मांडा की पूजा
  5. 13 अप्रैल को सकन्दमाता की पूजा
  6. 14 अप्रैल को माँ कात्यायनी की पूजा
  7. 15 अप्रैल को माँ कालरात्रि की पूजा
  8. 16 अप्रैल को माँ महागौरी की पूजा
  9. 17 अप्रैल को माँ सिद्धिदात्री पूजा और रामनवमी

यह है चैत्र नवरात्रों का महत्त्व

चैत्र नवरात्रों का हिन्दू संस्कृति में अत्यधिक महत्त्व है क्योंकि यह पारम्परिक चन्द्र कैलेंडर के अनुसार हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। यह पूरे भारत में विशेषकर उत्तर भारत में बड़े ही उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इन नौ दिनों के दौरान भक्त देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं जिन्हें शक्ति या देवी भी कहा जाता है और उनसे सुख समृद्धि,ख़ुशी और बुरी ताकतों से सुरक्षा के लिए आशीर्वाद मांगते हैं। नवरात्रे आध्यात्मिक चिंतन,आत्म स्नुशासन और भक्तों के बीच विश्वास के नवीनीकरण का समय है।

शुभ मुहूर्त

  1. घटस्थापना मुहूर्त ( 9 अप्रैल ) सुबह 6 बजकर 2 मिनट से 10 बजकर 16 मिनट तक
  2. घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त (9 अप्रैल) सुबह 11 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक
  3. प्रतिपदा तिथि आरम्भ तिथि (8 अप्रैल) रात 11 बजकर 50 मिनट पर
  4. प्रतिपदा तिथि समाप्ति तिथि (9 अप्रैल) रात्रि 8 बजकर 30 मिनट पर
  5. वैधृति योग समाप्ति तिथि (9 अप्रैल ) दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर

हिन्दू नव वर्ष प्रतिपदा

हिंदू नववर्ष 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं! इस नए वर्ष में, आपके जीवन में सुख, समृद्धि, और खुशियाँ बनी रहें। नवसंवत्सर के इस महत्वपूर्ण अवसर पर, हम जानते हैं कि नववर्ष की शुरुआत चैत्र मास की प्रतिपदा से होती है, जो कि हिंदू पंचांग में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे विक्रम संवत 2081 के नाम से भी जाना जाता है।