दियोटसिद्ध मंदिर में शुक्रवार को पूजा-अर्चना, हवन और झंडा रस्म के साथ चैत्र मेलों का शुभारम्भ हुआ। इस दौरान डी.सी. अमरजीत सिंह ने मंदिर के मुख्य धूने में पूजा-अर्चना और हवन कर ध्वजारोहण की रस्म अदा की।

इस अवसर पर मंदिर के गद्दीनशीन महंत राजेंद्र जी गिरी विशेष रूप से उपस्थित रहे। झंडा रस्म पूरी होते ही मंदिर परिसर दुधाधारी और पौणाहारी के जयकारों से गूंज उठा।
मेलों के पहले दिन हजारों भक्त पहुंच चुके थे, वहीं होटल और सराय पूरी तरह से पैक रहीं तथा कई भक्तों ने पंडाल और बकरा स्थल पर रात काट कर झंडा रस्म का इंतजार किया।
बाबा बालक नाथ के परम भक्त बनारसी दास के वंशज चकमोह निवासियों ने वर्षों से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुए गुफा में ध्वजारोहण किया।
इस दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस और होमगार्ड के जवान तैनात रहे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हिमाचल पथ परिवहन द्वारा शाहतलाई से बाबा बालक नाथ मंदिर तक मिनी बसों का प्रावधान किया गया है।
डीसी ने बताया कि चैत्र मास के मेलों में देश-विदेश से आने वाले बाबा के भक्तों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
भक्तों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने और किसी आपातकाल से निपटने के लिए हर तरह के प्रबंध किए गए हैं। डीएसपी सचिन हिरेमठ ने बताया कि बिना अनुमति के और खुले में लंगर लगाने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी, वहीं पॉलीथीन के प्रयोग पर भी पूर्णतया रोक रहेगी।
झंडा रस्म के अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक ठाकुर भगत सिंह, डीएसपी बड़सर लालमन शर्मा, एसडीएम राजेंद्र गौतम, एसएचओ गुरबक्श सिंह, मंदिर अधिकारी संदीप चंदेल, सुभाष ढटवालिया, मंदिर न्यास के सरकारी और गैर-सरकारी सदस्य और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।