मंडी : बीती रात हुई बारिश ने हिमाचल में खूब कहर मचाया है। कुदरत ने एक बार फिर पुराना दृश्य दोहराया है। 31 जुलाई की रात मंडी वासियों पर कहर बनकर बरसी है, जिसमें लोगों की जान तक चली गई वहीं कई लोग लापता हैं।
मंडी जिला में भारी नुकसान देखने को मिला है। मंडी मनाली मार्ग चार मील, छह मील, नौ मील, जागर में जगह जगह ल्हासे आने से बंद हो गया।
कुल्लू जिले के मलाणा नाले में फटे बादल से ब्यास नदी में बाढ़ आ गई।
जिस कारण पंडोह बांध के गेट खोलने पड़े और ब्यास नदी का पानी पंडोह, भियूली मंडी व रघुनाथ के पधर तक पहुंच गया। ऐसे में दरिया किनारे रह रहे 30 लोगों को बाड़ी गुमाणू व रघुनाथ का पद्धर से, 15 लोगों को लोअर भियूली मंडी से निकाल कर सुरक्षित जगह पर रखने, स्थानीय गुरुद्वारे में इनके लिए जगह की व्यवस्था कर दी गई थी।
लेकिन पानी उतर जाने के बाद इन्हें फिलहाल वहीं रहने दिया है। यदि पानी का स्तर बढ़ता है तो इन्हें गुरूद्वारा में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
इधर, मलाणा नाले में बादल फटने के कारण बड़ी मात्रा में सिल्ट व बड़े बड़े पेड़ पूरा दिन नदी ब्यास नदी में बहते रहे। कई जगहों पर लोग जान जोखिम में डाल कर इन्हें पकड़ते भी देखे गए।
वहीं जिला मंडी प्रशासन ने मौसम के तेवरों को देखते हुए मंडी जिला में शुक्रवार को सभी शिक्षण संस्थानों मेें छुट्टी की घोषणा कर दी है।