शिमला-कुल्लू और शिमला-धर्मशाला उड़ानों के लिए मांगी मंजूरी

शिमला से कुल्लू और धर्मशाला के लिए हवाई उड़ानें शुरू करने को लेकर पर्यटन विभाग ने निर्वाचन आयोग से मंजूरी मांगी है। दिल्ली से शिमला आ रही अलायंस एयर की फ्लाइट को ही कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट और धर्मशाला के गगल एयरपोर्ट के लिए एक्सटेंड करने पर फैसला होना है।

इस बारे में कंपनी के साथ राज्य सरकार ने एमओयू कर लिया था और इसकी मंजूरी चुनाव आचार संहिता लगने से पहले कैबिनेट ने दी थी। राज्य सरकार ने इसके लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग के लिए भी सहमति दे दी है। यह इसलिए किया गया है, ताकि हवाई जहाज की एक सीट का किराया 4500 रुपए से ज्यादा न हो।

यही वजह है कि कैबिनेट की मंजूरी के लिए यह मामला लटका हुआ था, लेकिन एमओयू के बाद हवाई सेवाएं शुरू होती, इससे पहले कोड ऑफ कंडक्ट लग गया। अब इन सेवाओं को शुरू करने के लिए चुनाव आयोग की मंजूरी का इंतजार है।

चुनाव आचार संहिता के दौर में मंजूरी के लिए चुनाव आयोग ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग कमेटी बना रखी है, जिसमें सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव और संबंधित विभाग के सचिव मेंबर होते हैं, जिनका केस हो। इसलिए इन सेवाओं को शुरू करने के लिए इस स्क्रीनिंग कमेटी को केस भेजा गया है।

पर्यटन सचिव देवेश कुमार ने बताया कि यह फैसला पहले का है, लेकिन आचार संहिता के दौर में मंजूरी जरूरी है। इसलिए मामला स्क्रीनिंग कमेटी को दिया जा रहा है। इसके बाद अब निर्वाचन आयोग की मंजूरी के साथ ही ये उड़ानें शुरू की जा सकेंगी। हिमाचल में यह पहली बार होगा कि राज्य के भीतर हवाई जहाज आपस में कनेक्टिविटी के लिए उड़ेगा।