गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा चुके निर्वतमान जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर इस बार राजनीति की चोसर पर अपने ही घर में फंस गए हैं। धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से इस बार महेंद्र सिंह ठाकुर ने नई शुरूआत करते वोटों की राजनीति में अपनी दूसरी पीढ़ी को उतार दिया है।
भाजपा ने धर्मपुर से महेंद्र सिंह ठाकुर की जगह इस बार उनके बेटे रजत ठाकुर को टिकट दिया है, लेकिन रजत ठाकुर को टिकट मिलते ही महेंद्र सिंह के परिवार में ही बगाबत हो गई है। रजत ठाकुर को टिकट मिलने से उनकी बहन व महेंद्र सिंह ठाकुर की बेटी जिप सदस्य वंदना गुलेरिया आहत हैं और उन्हें इस फैसले को गलत करार दिया है। वंदना गुलेरिया ने बगाबत पर उतरते हुए भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश महामंत्री समेत अन्य सभी पदों से त्यागपत्र दे दिए हैं।
यही नहीं उन्होंने फेसबुक पर दो पोस्ट डाल कर अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। पहली पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि दिल्ली से टिकट लाए जा सकते हैं, लेकिन वोट नहीं। वहीं दूसरी पोस्ट में उन्होंने काफी भावुक बातें लिखी हैं और अपने साथ 55 महिलाओं के हस्ताक्षरित त्यागपत्र भी पोस्ट किए हैं।
इस पोस्ट में वंदना ठाकुर ने एक बेटी के दर्द को लिखते हुए कहा कि परिवारवाद के चलते हमेशा बेटिओं को ही कुर्बानी क्यों देनी पड़ती है। वंदना गुलेरिया की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है और इसे कांग्रेस द्वारा भी खूब शेयर किया जा रहा है। वंदना गुलेरिया का अब अगला कदम क्या होगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।
वंदना गुलेरिया वर्तमान में ग्रयोह वार्ड से जिला परिषद हैं और भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री भी हैं। बीते पांच वर्ष वह पार्टी व धर्मपुर और सरकाघाट क्षेत्र में काफी सक्रिय रही हैं। वंदना गुलेरिया अब अपने भाई व परिवार के साथ समझौता करके आगे बढ़ती हैं या फिर निर्दलीय या किसी अन्य पार्टी से चुनाव लडऩे का निर्णय करती हैं, इस पर सबकी नजरें लगी हुई हैं। उधर, वंदना गुलेरिया का कहना है कि उन्होंने पार्टी में अपनी जिम्मेदारियों से त्यागपत्र दिया है।