जमा एक-दो में दाखिला पहली से

11 से 30 अप्रैल तक दस रुपए लेट फीस के साथ मिलेगा प्रवेश, शिक्षा निदेशक ने जारी किए निर्देश

शिमला : प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में ग्यारहवीं और बारहवीं में प्रवेश की प्रक्रिया पहली अप्रैल से शुरू कर दी जाएगी। इस दौरान छात्र दस अपै्रल तक बिना किसी लेट फीस के इन कक्षाओ में दाखिला ले सकते हैं, जबकि 11 अपै्रल से प्र्रवेश लेने वाले छात्रों को लेट फीस के साथ दाखिला मिलेगा। लेट फीस के साथ 30 अप्रैल तक दाखिला दिया जाएगा।

इसके लिए छात्र को दस रुपए लेट फीस जमाकरवानी होगी और दस रुपए जमा करने के बाद वह 11 से 30 अप्रैल तक प्रदेश के स्कूलों में दाखिला ले सकेंगे। वहीं स्कूलों में होने वाली छुट्टियों के बारे में अभी बदलाव नहीं किया गया है। ये छुट्टियां पूर्व निर्धारित रहेंगी और इस बार भी पूर्व निर्धारित शेड्यूलके मुताबिक ही छुट्टियां होंगी। उधर, अतिरिक्त शिक्षा निदेशक एमएल आजाद ने बताया कि पहली अप्रैल से स्कूलों में ग्यारहवीं और बारहवीं में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसलिए सभी छात्र-छात्राओं को इस दौरानइन कक्षाओं में दाखिला लेना सुनिश्चित करना होगा।

वोकेशनल असेस्मेंट 25 मार्च से

एसएसए के तहत विभिन्न स्कूलों में 11वीं और 12वीं में जो छात्र वोकेशनल एजुकेशन ग्रहण कर रहे हैं, उनकी वार्षिक एक्सटरनल असेस्मेंटविभिन्न सेक्टर काउंसिल द्वारा 25 से 31 मार्च तक होनी सुनिश्चित हुई है। इसके लिए सभी वोकेशनल ट्रेनरों को विभाग की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि वे सभी पात्र छात्रों का इस असेस्मेंट में भाग लेना सुनिश्चित करवाएं, ताकि समय पर परिणाम घोषित हो सकें। इसी तरह दसवीं कक्षा के छात्रों की वोकेशनल असेस्मेंट 10 अप्रैल तक संपन्न होगी। ये निर्देश राज्य परियोजना निदेशक की ओर से जारी किए गए हैं।

गणित विभाग का सेमिनार कल से

प्रदेश विश्वविद्यालय का गणित विभागदो दिवसीय (24-25 मार्च) राष्ट्रीय सेमिनार बीज गणित और संबंधित विषयों पर करवा रहा है। इस राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ कुलपति प्रो. एडीएन बाजपेयी करेंगे और प्रति कुलपति प्रो. आरएस चौहान विशिष्ट अतिथि के रूप में रहेंगे। आईएसआई बंगलूर के गणित विभाग के अध्यक्ष प्रो. बीवी राजारमा भट्ट अपना विशेष व्याख्यान 24 मार्च को देंगे।

गणित विभाग के अध्यक्ष प्रो. राजेश शर्मा ने बताया कि इस संगोष्ठी के आयोजन से गणित विभाग के इस विश्वविद्यालय और देश के अन्य विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं को लाभ होगा।राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक प्रो. आरपी शर्मा और सह संयोजक प्रो. वीना शर्मा ने बतायाकि इस गोष्ठी का आयोजन यूजीसी और एचपीयू के सौजन्य से किया जाएगा।