मंडी संसदीय सीट पर उपचुनाव में इस बार 57.73 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है, जबकि 2013 के उपचुनाव में यहां 51.80 प्रतिशत मत पड़े थे। इस बार उपचुनाव में अधिक मतदान हुआ है। सराज हलका इस बार भी मतदान करने में सबसे आगे रहा है। यहां सराज में सबसे अधिक 79991 में मतदाताओं में से 55795 मतदाताओं ने वोट डाले हैं।
सराज में सबसे अधिक 70.34 मतदान हुआ है, जबकि पूरे संसदीय क्षेत्र में सबसे कम वोट सरकाघाट विस में 46.72 प्रतिशत पड़े हैं। इस बार पूरे संसदीय क्षेत्र में सभी 17 विस क्षेत्रों में 2013 के उपचुनाव के मुकाबले अधिक मत पड़े हैं। 2019 के आम चुनावों में मंडी संसदीय क्षेत्र में 72.77 प्रतिशत से अधिक मत पड़े हैं।
इसी तरह से 2014 के मतदान में यहां 63.58 प्रतिशत वोट पड़े हैं। इस बार रामपुर में 59.59 प्रतिशत मत पड़े हैं। यहां पर 44166 मतदाताओं ने वोट डाले हैं। उपचुनाव में अधिक मतदान अब किसके पक्ष में जाता है, इसका खुलासा 2 नवंबर को होगा। शनिवार को सुबह आठ बजे शुरू हुई मतदान प्रक्रिया मंडी संसदीय क्षेत्र में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई।
वहीं, निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिला मुख्यालय में सायं सात बजे तक प्राप्त सूचना के अनुसार मंडी संसदीय क्षेत्र में लगभग 57 प्रतिशत के लगभग मतदान दर्ज किया गया। हालांकि इसमें कमी या बढ़ोतरी भी हो सकती है, क्योंकि फाइनल रिपोर्ट देर शाम तक ही मिलेंगी।
निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक मंडी जिला में शाम सात बजे तक 56.83 प्रतिशत, कुल्लू जिला में 55.04 प्रतिशत, रामपुर में 59.59 प्रतिशत, जिला किन्नौर में 54.61 प्रतिशत, लाहुल-स्पीति जिला में 56.44 प्रतिशत तथा भरमौर में 50.61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया।
उन्होंने बताया कि मंडी जिला के सदर में 56.66 प्रतिशत, करसोग में 55.17 प्रतिशत, सुंदरनगर में 59.13 प्रतिशत, नाचन में 63.93 प्रतिशत, सराज में 70.34 प्रतिशत, द्रंग में 59.59 प्रतिशत, जोगिंद्रनगर में 52.99 प्रतिशत, बल्ह में 60.58 प्रतिशत और सरकाघाट में 46.72 प्रतिशत मतदान दर्ज किया। अरिंदम चौधरी ने बताया कि कुल्लू जिला के आनी में 59.18, बंजार में 58.13, कुल्लू में 55.34 और मनाली में 62.32 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके अतिरिक्त लाहौल-स्पिति में 56.44, भरमौर में 50.61, किन्नौर में 54.61 और रामपुर में 59.59 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने मतदान के लिए इस्तेमाल ईवीएम और वीवीपैट व कंट्रोल यूनिट की सुचारू संचालन के संबंध में बताया कि जिला मंडी में तकनीकी खराबी के चलते 40 वीवीपेट व कुल्लू जिला में 11 वीवीपैट बदले गए जबकि किन्नौर में मतदान के लिए दो कंट्रोल यूनिट तकनीकी खराबी आने के चलते बदले गए ।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने डाक मत पत्रों की प्राप्ति के संबंध में बताया कि अभी तक लगभग 12 हजार के लगभग डाक मत पत्र निर्वाचन कार्यालय में पहुंच चुके हैं, इनमें 8373 डाक मत पत्र 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, कोरोना संक्रमितों व दिव्यांगों की श्रेणी के हैं, जबकि लगभग 2500 डाक मत पत्र सर्विस वोटर्ज के हैं ।
250 डाक मत पत्र चुनाव प्रक्रिया में लगे कर्मियों के हैं । सर्विस वोटरों के डाक मत पत्र मतगणना आरंभ होने की अवधि तक प्राप्त किए जाएंगे। निर्वाचन अधिकारी अरिंदम चौधरी ने बताया कि मंडी संसदीय क्षेत्र के तहत छह जिलों के 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जहां 12 लाख 99 हजार 756 मतदाता हैं ।