चुनाव नतीजों के बाद अब कांग्रेस ने आगे की तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस अब मुख्यमंत्री का फैसला चंडीगढ़ में करेगी। प्रदेश में चुनाव जीते तमाम विधायकों को चंडीगढ़ पहुंचने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कांग्रेस की यह बैठक शुक्रवार को चंडीगढ़ में होगी और यहीं मुख्यमंत्री के चेहरे पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा।
विधायकों के बीच सहमति बनाने के लिए इस बैठक में प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और चुनाव ऑब्जर्वर भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद रहेंगे। हालांकि कांग्रेस में फूट के खतरे को देखते हुए हिमाचल से बाहर जाने की बात कही जा रही थी, लेकिन प्रतिभा सिंह ने इसे खारिज कर दिया है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यह बैठक हिमाचल में भी हो सकती थी, लेकिन विधायकों की सहूलियत को देखते हुए इसे चड़ीगढ़ शिफ्ट किया गया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस 40 सीटें जीतकर सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में पार्टी के भीतर किसी भी तरह का कोई खौफ नहीं है। सभी विधायक एकजुटता के साथ मुख्यमंत्री का चयन करेंगे और इसके बाद हाईकमान की मंजूरी से मुख्यमंत्री की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई फूट नहीं है। सभी विधायक पार्टी हाईकमान के फैसले पर अमल करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहेंगे।
हर जिम्मेदारी निभाऊंगी
प्रतिभा सिंह ने कहा कि हाइकमान यदि उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है, तो वे उसे निभाएंगी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के महज दो महीने बाद उन्हें पार्टी ने मंडी के उपचुनाव में उतारा था और उन्होंने इस जिम्मेदारी मानते हुए निभाया भी।
उन्होंने कहा कि होलीलॉज हमेशा से पार्टी के लिए निष्ठावान रहा है। ऐसे में अब कोई भी फैसला लिया जाता है तो वे उसे स्वीकार करेंगी। उन्होंने इस बार विधानसभा चुनाव में जीत का श्रेय वीरभद्र सिंह को दिया। उन्होंने कहा कि भले ही वीरभद्र सिंह जनता के बीच नहीं थे, लेकिन उनके मन में उनकी छवि बरकरार थी।
कांग्रेस ने ओपीएस समेत घोषणापत्र में जो भी वादे किए हैं, उसे पूरा किया जाएगा। भाजपा की हार के लिए उन्होंने महंगाई और पुलिस भर्ती सहित बेरोजगारी को जिम्मेदार ठहराया है।