भगवान रघुनाथ की रथयात्रा के साथ ही अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा महोत्सव आज से शुरू शुरू होगा। ढालपुर मैदान में 5 से 11 अक्तूबर तक चलने वाले इस भव्य देव-मानस मिलन के लिए जिले भर से करीब 250 देवी-देवता पहुंचे हैं।
देवी-देवताओं के इस दशहरा उत्सव महाकुंभ का शुभारंभ हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर शाम को लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में करेंगे।
इससे पहले बुधवार सुबह सभी देवी-देवता देव परंपरा का निर्वहन करने के लिए भगवान रघुनाथ से मिलने सुल्तानपुर स्थित रघुनाथ के मंदिर में जाकर शीश नवाएंगे। करीब 1:30 बजे भगवान रघुनाथ को ढोल-नगाड़ों की थाप पर मंदिर से कड़ी सुरक्षा के बीच ढालपुर स्थित रथ मैदान तक लाया जाएगा।
इसके बाद भुवनेश्वरी भेखली माता का इशारा मिलते ही रथयात्रा शुरू होगी। इस दौरान हजारों लोगों में भगवान रघुनाथ के रथ को खींचने का उत्साह दिखेगा। रथ मैदान से रघुनाथ को रथ में बिठाकर ढालपुर के दशहरा मैदान में लाया जाएगा।
यहां सजाए गए भव्य दरबार में भगवान रघुनाथ विराजमान होंगे। 5 से 11 अक्तूबर तक सुबह-शाम यहीं पर भगवान रघुनाथ की उनके छड़ीबरदार महेश्वर सिंह विधिवत पूजा करेंगे। हर दिन देव और मानव यहीं पर भगवान के आगे शीश नवाएंगे।
मोदी के आने के बाद शुरू होगी रथयात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार अपराह्न करीब 3:15 बजे के बाद रथ मैदान पहुंचेंगे और इसके बाद ही रघुनाथ की रथयात्रा शुरू होगी। मोदी की सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है। रथ मैदान के आसपास के भवनों से भी सुरक्षा कर्मी पैनी नजर रखेंगे। रथ मैदान में प्रवेश करने वाले देवताओं के मुख्य कारकूनों व देवलुओं को ही जाने की अनुमति मिलेगी।
इसके लिए प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा कर्मियों के साथ देवी-देवताओं के कारदारों की भी ड्यूटी लगाई गई है। कारदारों के पहचान करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। वहीं, इन लोगों के एंट्री कार्ड भी बनाए गए हैं। अनजान लोगों को रथ मैदान के भीतर जाने पर पाबंदी रहेगी।
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