जोगिन्दर नगर के समीप स्थित विन्च कैम्प 8000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. जिस चोटी में विन्च कैम्प स्थित है उस चोटी की ऊंचाई लगभग 8800 फीट है. विन्च कैम्प की तरफ जाते समय रास्ते में बुरांस के घने जंगल हैं. स्थानीय भाषा में बुरांस को “बुराह” या “के फूल” के नाम से जाना जाता है. बुरांस के फूलों को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है. Read this Article in English
विन्च कैम्प से कई किलोमीटर दूर तक के इलाकों का अवलोकन किया जा सकता है जिसमें ब्यास नदी, मंडी की पहाड़ियाँ, काँगड़ा जिला और हमीरपुर जिलों की सीमाएँ शामिल हैं. सर्दियों में इन पहाड़ियों में भारी बर्फबारी होती है. कई बार बर्फ चार फुट तक पड़ जाती है जिससे यहाँ का नज़ारा स्वर्ग सा दिखने लगता है. ऐसे समय में बर्फ का आनंद लेने स्थानीय लोग, स्कूलों और कालेज के छात्र व अन्य पर्यटक इन बर्फ से ढके पहाड़ों में घूमने का और बर्फबारी का बड़ा ही आनंद लेते हैं.
पहाड़ी की दूसरी ओर ढुलाई मार्ग (haulage way) का स्टेशन स्थित है जिसे हैडगियर के नाम से जाना जाता है. यह स्थान 8300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.
यह जगह अपनी पाकृतिक सुन्दरता की छटा बिखेरती हुई प्रतीत होती है.इस जगह की सुन्दरता को हिमालय पर्वतमाला जिसमें धौलाधार की पहाड़ियाँ चार चाँद लगाती हैं.यह पर्वतमाला समुन्द्र तल से 14050 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. हैड गेयर से हौलेज गाड़ी का रास्ता नीचे खड़ी ढलान से होकर जाता है. इस स्थान को खूनी घाटी (यानि मौत की पहाड़ी) के नाम से जाना जाता है. स्थानीय लोगों की मानें तो इस मार्ग में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं लेकिन यकीन के साथ नहीं कहा जा सकता.अगला आने वाला स्थान कठेरू है जोकि समुन्द्र तल से लगभग 7000 की फीट की ऊंचाई पर स्थित है.अगला छोटी यात्रा करने हेतु ट्रैक का नाम है ज़ीरो प्वाइंट. यह स्थान समुन्द्र तल से 6050 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.