हिमाचल की शान पराशर झील अब बनेगी लीगल पैराग्लाइडिंग साइट

मंडी: पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पराशर झील और आसपास की पहाड़ियां अब कानूनी रूप से पैराग्लाइडिंग साइट बनने जा रही हैं। प्रशासन ने इस दिशा में गंभीर कदम उठाते हुए कसरत तेज कर दी है। हालांकि गैर-कानूनी ढंग से यहां करवाई जा रही पैराग्लाइडिंग को प्रशासन ने चेतावनी देकर रोकदिया है और आप्रेटर सामान समेट कर गायब हो गए हैं, लेकिन जिला पुलिस प्रशासन ने अब वहां अपना कड़ा पहरा बैठा दिया है। यहां सादी वर्दी में जवान हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। गौरतलब है कि पहले ही जिला पुलिस ने दो विदेशी पायलटों की मौत के बाद यहां एडवाइजरी निकालकर अलर्ट के साथचेतावनी दी है कि यहां बिना परमिशन कोई गतिविधिन चलाई जाए।

पराशर के आसपास पैराग्लाइडिंग से पर्यटन को पहुंचेगा लाभ

उधर प्रशासन की ओर से एस.डी.एम. सदर ने कार्रवाईकरते हुए आगामी आदेशों तक गतिविधियां तो रोक दीहैं लेकिन डी.सी. के निर्देशों के बावजूद वे पराशर में बिना अनुमति पैराग्लाइडिंग व कैंपिंग गतिविधियां चला रहे आप्रेटरों को दबोचनहीं पाए। डी.सी. की ओर से वन्य प्राणी विभाग कोभेजे गए नोटिस के बाद बात सामने आई है कि यहां पैराग्लाइडिंग की संभावनाएं हैं। लिहाजा यहां पैराग्लाइडिंग की अनुमति नागरिक उड्डयन विभाग के साथ परामर्श के बाद दी जा सकती है। लिहाजा अबप्रशासन पराशर के आसपास पैराग्लाइडिंग से होनेवाली गतिविधियों से पर्यटन को पहुंचने वाले लाभ को देखते हुए कसरत में जुट गया है। बताया जाता है कि पंजाब केसरी ने इस बात को भी प्रमुखता से छापा था कि यहां पैराग्लाइडिंग की अगर संभावनाएं हैं तो प्रशासन आज तक यहां इस साहसिक कार्य और पर्यटन के लिए अनुमति क्यों नहीं दे पाया है।

स्रोत : पंजाब केसरी

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