हिमाचल प्रदेश में मॉनसून फिर से सक्रिय हो गया है। मॉनसून के सक्रिय होते ही पूरे प्रदेश में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया है। राजधानी शिमला सहित वीरवार को प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हुई है। वहीँ समूचे जोगिन्दरनगर क्षेत्र में वीरवार रात से ज़ारी भारी बारिश से खड्ड नाले उफान पर हैं।
सिरमौर जिला में वीरवार को बादल फटने की घटना सामने आई है। सिरमौरी ताल में बादल फटने से घर में मलबे में दबे दो बच्चों समेत लापता हुए पांच लोगों में से 62 वर्षीय कुलदीप व दीपिका आठ वर्षीय का शव बरामद हुआ है, जबकि अन्य की तलाश जारी है।
एलएनटी मशीन से मलबा हटाया जा रहा है। बता दें कि पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के मुगलावाला पंचायत के सिरमौर के ताल में बुधवार को बादल फटने से भारी तबाही हुई है। बादल फटने से कुलदीप सिंह का मकान मलबे में दब गया था।
सिरमौरी ताल के लगभग 70 परिवारों के लोग रात को ही अपना घर छोड़ नेशनल हाई-वे पर आ गए। हालांकि आसपास के गांवों के लोग बचाव कार्य में जुटे रहे। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को कांगड़ा के गुलेर में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
इसके अलावा बीबीएमबी में 90, नादौन में 70, बलद्वाड़ा में 60, हमीरपुर में 50, नगरोटा सूरियां में 40, मंडी और नयनादेवी में 30 मिलीमीटर, कांगड़ा और धर्मशाला में 20 मिलीमीटर, बरठीं और बिलासपुर में 10 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश में 14 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना जताई है। भारी बारिश की संभावना को देखते हुए किन्नौर और लाहौल स्पीति जिला को छोडक़र बाकी सभी जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। नदी-नालों से दूर रहने को कहा गया है।
हिमाचल प्रदेश में फिलहाल नुकसान का दौर जारी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार मॉनसून के दौरान प्रदेश में अब तक 234 लोगों की मौत हुई है। 31 लोग लापता है। 275 लोग घायल हुए हैं।
917 घर पूरी तरह से टूट गए है, जबकि 7679 घरों को आंशिक रूप से क्षति हुई है। 2539 गोशालाओं को नुकसान हुआ है। प्रदेश में नुकसान का आंकड़ा अभी तक 6742 पहुंच चुका है।