शिमला : लो जी बन गया खिचड़ी पकाने का विश्व रिकॉर्ड, जोकि लोहड़ी मकर संक्रांति मेला जिला मंडी के करसोग क्षेत्र के तत्तापानी के नाम रहा है। प्रसिद्ध पर्यटन स्थल तत्तापानी में एक ही विशालकाय बर्तन में धार्मिक पर्यटन उत्सव के दौरान तत्तापानी में 1995 किलो बर्तन के समेत खिचड़ी पकाने का यह रिकॉर्ड बना है। इससे पहले, फेमस शेफ संजीव कपूर ने 918 किलोग्राम खिचड़ी बनाने का रिक़ॉर्ड बनाया था, जो अब टूट गया है.उन्होंने नई दिल्ली में इंडिया गेट पर खिचड़ी बनाई थी. सीएम जयराम ठाकुर ने इस संबंध में रिकॉर्ड बनने की घोषणा की.
25 शेफ ने बनाई खिचड़ी
सवा सात फीट चौड़े,चार फीट ऊंचे बर्तन में 25 शेफ की मदद से पांच घंटे में इस खिचड़ी को तैयार किया गया. विशाल पतीले का वजन क्रेन की मदद से उठाकर गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि ऋषि नाथ की उपस्थिति में किया गया.
सीएम को सौंपा सर्टिफिकेट
खिचड़ी के नए विश्व रिकार्ड का सर्टिफिकेट मुख्यमंत्री को गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड के प्रतिनिधि के माध्यम से सौंपा गया. सीएम ने प्रदेश वासियों को वर्ल्ड रिकार्ड बनाने पर बधाई दी. सीएम ने इतनी बड़ी मात्रा में खिचड़ी पकाने के लिए पर्यटन विभाग की सराहना की.
अधिकारी रहे मौजूद
इसे गिनीज बुक ऑफ दि वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज करने के लिए अधिकारी भी मंगलवार को तत्तापानी में मौजूद रहे। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा मुख्यमंत्री करेंगे। हालांकि गिनीज बुक ऑफ दि वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल करने के लिए जो अधिकारी मौक पर मौजूद हैं, वे इसका प्रमाण पत्र देंगे, परंतु खिचड़ी पकाने वाले बर्तन का जो एक क्रेन द्वारा वजन किया गया है, उसमें 2375 किलो खिचड़ी लोहड़ी मकर संक्रांति मेले में पकी है, जबकि बर्तन और उसको उठाने वाले लोहा संगल का वजन निकाल दिया जाए, तो लगभग 2000 किलो खिचड़ी पकी है . जबकि लक्ष्य 1100 किलो का रखा गया था।
शुद्ध घी से बनी खिचड़ी
बता दें कि भारत में अभी तक एक बड़े बर्तन में खिचड़ी पकाने का रिकॉर्ड प्रख्यात शेफ संजीव कपूर ने बनाया है, उन्होंने भी लगभग 900 किलो खिचड़ी एक साथ पकाई है, जबकि तत्तापानी में शुद्ध देशी घी की बनी खिचड़ी का विश्व रिकॉर्ड जो बनने जा रहा है वह 2000 किलो का सामने आया है। इसमें 65 किलो मटर, 199 किलो माश, 90 किलो देशी घी और 30 से 40 किलो ग्राम मसाला डाला गया है.शेफ सुनील ने बताया कि 25 लोगों की टीम ने खिचड़ी तैयार की है. इसे बनाने में 5 घंटे लगे हैं. खिचड़ी बनाने में 1100 लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया है.
यह लगा सामान
बासमती चावल : 405 किलो
माश की दाल : 195 किलो
शुद्ध देशी घी : 90 किलो
मसाले : 55 किलोग्राम
पानी : 1100 लीटर
20 हजार लोगों ने भरा पेट
तत्तापानी में मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी का विशाल भंडार लगा। यहां एक ही बर्तन में 1 हजार 995 किलो खिचड़ी बनाने का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज़ हुआ। मकर संक्रांति पर लाखों की संख्या में श्रद्धालू पहुंच रहे हैं जिन्हें खिचड़ी परोसी जा रही है। ये खिचड़ी पर्यटन विभाग की ओर से बनाई गई है और इस उत्सव के इतिहास में ये पहली बार हुआ है। इस खिचड़ी से 20 हजार लोगों ने अपना पेट भरा। खिचड़ी बनाने के लिए बड़ा बर्तन (पतीला) हरियाणा की फेमस बर्तन मार्केट जगाधरी से मंगवाया गया था. जानकारी के अनुसार, संक्रांति का त्योहार तत्तापानी में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यहां गर्म पानी के चश्मे हैं और लोग यहां तुलादान और आस्था की डूबकी लगाते हैं.