अपने मतदान के संवैधानिक अधिकार के प्रयोग के लिए कोई इतना सजग भी हो सकता है कि दो लाख तक का किराया चुकाने में भी कोई गुरेज न हो, तो इसे एक भारतीय नागरिक की जागरूकता के रूप में देखा जा सकता है।
इसका अतुलनीय परिचय दिया है नगरोटा बगवां के लोकेश वालिया ने, जो मतदान के दिन ही मत करने के लिए दोहा कतर से नगरोटा बगवां पहुंचे।
लोकेश वालिया ने बताया कि सामान्यत: 60 हजार किराया खर्च कर घर पहुंचने की जगह उन्हें दो लाख का हवाई किराया चुकाना पड़ा है। 28 घंटे के लगातार सफर के बाद भारी-भरकम खर्च का भी उन्हें कोई मलाल नहीं, बल्कि यह कह कर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की कि उन्हें गर्व है कि वह लोकतंत्र के पर्व में अपनी भूमिका सुनिश्चित करने में कामयाब रहे।
उनका कहना है कि वर्षों से दोहा क़तर में व्यवसायिक दृष्टि के बसने के बाद भी वह हर पांच साल बाद वोट डालने अपने गृह क्षेत्र आते रहते हैं।