नाहन : पूरे विश्व को हिला देने वाले कोरोना वायरस को लेकर हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। चीन से फैले इस कोरोना वायरस को लेकर जिला सिरमौर के विभिन्न हिस्सों से संबंध रखने वाले ऐसे 15 छात्रों को चीन से भारतीय विद्यार्थियों के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचाया गया है, जो चीन के विभिन्न शहरों में शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। कांगड़ा जिला के 20 लोग व सोलन जिला से आधा दर्जन लोग चीन से अपने -अपने घर लौट आए हैं जिसके बाद इन जिलों में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है और सभी लोगों में कोरोना वायरस के लक्षणों की जाँच शुरू कर दी है.
जिला सिरमौर
जिला सिरमौर से संबंधित इन 15 छात्रों को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा केंद्र सरकार के निर्देश के मुताबिक, 14 दिनों के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 14 दिनों तक इन सभी की खांसी, जुकाम व सांस लेने की तमाम प्रक्रियाओं को जांचा जाएगा तथा निरीक्षण में सही पाए जाने के बाद ही उन्हें जिला सिरमौर में वापस भेजा जाएगा। इस बात का खुलासा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा केंद्र सरकार के माध्यम से सभी 15 छात्रों की उस सूची से हुआ है, जो मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर को सूचना हेतु भेजी गई है। भले ही इसकी जानकारी अभी जिला सिरमौर प्रशासन को नहीं है, परंतु जिला सिरमौर के स्वास्थ्य विभाग को चीन में पढ़ाई कर रहे उन 15 विद्यार्थियों की सूची प्रेषित की गई है जो चीन के विभिन्न शहरों में पढ़ाई कर रहे थे।
जांच के बाद भेजे भारत
गौर हो कि चीन में रह रहे भारतीयों को भारतीय दूतावास द्वारा चीन में बनाए गए निरीक्षण केंद्र में जांच के बाद भारत भेजा गया है। इस सूची में हिमाचल के विभिन्न जिला के विद्यार्थी भी शामिल हैं, जिनमें 15 विद्यार्थी जिला सिरमौर से संबंधित हैं। जिला के लिए यह चौंकाने वाली बात है। संबंधित विद्यार्थियों के परिजनों को भी इसकी जानकारी भेज दी गई है तथा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की सूचना के बाद जिला सिरमौर के स्वास्थ्य विभाग ने भी इन विद्यार्थियों के दिल्ली से सिरमौर आने के पश्चात की तमाम तैयारियां जांच को लेकर पूरी कर ली हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक चीन में पढ़ रहे जिला सिरमौर के 15 विद्यार्थियों को फिलहाल 14 दिन के आर्ब्जेशन में रखा गया है। इसमें फिलहाल यह निश्चित नहीं है कि चीन से वापस बुलाए गए 15 विद्यार्थियों में कोरोना वायरस के लक्षण हैं या नहीं, परंतु सुरक्षा की दृष्टि से जिला सिरमौर के स्वास्थ्य विभाग ने सभी 15 विद्यार्थियों की सूची के मुताबिक तय किया है कि इन विद्यार्थियों की सिरमौर पहुंचने पर बाकायदा जांच की जाएगी। गौर हो कि चीन से फैले कोरोना वायरस ने जहां पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया है, वहीं हिमाचल प्रदेश भी चिंता में है।
सरकार हुई सतर्क
प्रदेश सरकार पहले ही केंद्र सरकार से मिली एडवाइजरी के बाद सतर्क हो गया है तथा हिमाचल के अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। केंद्र से हिमाचल सरकार को एडवाइजरी मिली है कि यदि कोई कोरोना वायरस से संबंधित मामला प्रकाश में आता है तो इसको लेकर लापरवाही न बरती जाए, जिसके बाद हिमाचल सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उधर, इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डा. केके पराशर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से चीन में पढ़ाई कर रहे 15 विद्यार्थियों की सूची भेजी गई है। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों को दिल्ली में विशेष जांच कैंप में ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। उन्होंने कहा कि 14 दिन की आर्ब्जेशन के बाद जैसे ही सिरमौर जिला के सभी 15 विद्यार्थी अपने जिला में आएंगे तो स्वास्थ्य विभाग इनकी निगरानी व जांच सुरक्षा की दृष्टि से करेगा। डा. पराशर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना वायरस को लेकर पूर्ण रूप से सतर्क है।
कांगड़ा जिला
कोरोना वायरस के खतरे से निपटने के लिए हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है। पिछले माह चीन से जिला कांगड़ा में 20 लोग पहुंचे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अलर्ट होकर सभी 20 लोगों में कोरोना वायरस के लक्षणों की जांच शुरू कर दी है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने अब तक घर-घर पहुंच 11 लोगों के सैंपल जांच लिए हैं, जबकि अन्य नौ की खोज जारी है। इसके तहत संबंधित बीएमओ को कड़े निर्देश दिए गए हैं कि चीन से लौटे लोग जहां भी है, उनकी जांच की जाए। उधर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि चीन के आए हुए लोगों के सैंपल लेकर जांच की जा रही है.
सोलन जिला
चीन में रह रहे करीब आधा दर्जन सोलनवासी अपने-अपने घर लौट आए हैं। इनके लौटने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। विभाग की ओर से एहतियात के तौर पर इन पर नजर रखी जा रही है। हालांकि विदेश से लौटे इन लोगों को स्वास्थ्य विभाग ने आइडेंटिफाई कर लिया है, जबकि अन्यों का पता लगाया जा रहा है। आइडेंटिफाई किए गए लोगों के फार्म भर कर पूरी जानकारी एकत्र की जा रही है। भविष्य में यदि इनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण पाए जाते हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा तुरंत इनके टेस्ट शुरू किए जाएंगे। यही नहीं, जिन लोगों के पहुंचने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली है, उन्हें 28 दिनों तक लोगों के संपर्क से दूर रहने को कहा जा रहा है। दूसरी ओर जिला स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्रीय अस्पताल सोलन, नालागढ़, कथनी और परवाणू में आइसोलेशन वार्ड बनाए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की एमर्जेंसी से निपटा जा सके। जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 15 जनवरी के बाद जो कोई भी चीन, थाईलैंड या सिंगापुर से होकर भारत लौटा है, वह अपना पंजीकरण 104 पर कॉल कर करवा सकता हैं। इस खबर की पुष्टि जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनके गुप्ता ने की है। उन्होंने कहा कि अभी तक उनके पास छह सोलनवासियों के चीन से लौटने की सूचना है। विभाग की ओर से इनके फार्म भरे जा रहे हैं और निगरानी रखे जा रही है।