जोगिन्दरनगर : सबसे पहले रंगों के त्यौहार, आपसी प्रेम और भाईचारे के प्रतीक के पर्व होली की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं. प्रदेश सहित जोगिन्दरनगर में भी होली के पर्व की धूम है. इस अवसर पर शारदा ज्योतिष निकेतन के प्रमुख ज्योतिषी कैप्टन लेख राज शर्मा ने बताया कि इस वर्ष होली का त्यौहार 1 मार्च 2018 वीरवार को धूमधाम से मनाया जा रहा है.
भद्रा के मुख को त्याग कर होता है दहन
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल होली का दहन शाम 7 बजकर 40 मिनट के बाद किया जा सकता है. हिन्दू धर्म ग्रंथों और भारतीय वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलिका दहन या पूजन भद्रा के मुख को त्याग करके करना शुभ फलदायक होता है. उल्लेखनीय है कि फाल्गुन महीने की पूर्णिमा से पहले प्रदोष काल में होलिका दहन करने की परम्परा है.
जोगिन्दरनगर में भी है होली की धूम
जोगिन्दरनगर क्षेत्र में भी होली की धूम रहती है. लोग ढोल नगाड़े के साथ लोगों के घरों में टोलियों में होली के इस पर्व को मनाते हैं तथा इकट्ठी की हुई झाड़ियाँ और लकड़ी में रात को आग लगाते हैं. घर घर में स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते हैं जिन्हें मिल बैठ कर लोग आपस में बाँट कर खाते हैं.
प्रहलाद बच गया था जबकि जली थी होलिका
आग जलाने की परम्परा होलिका दहन की याद दिलाता है जब विष्णु भक्त प्रहलाद को उसके पिता अत्याचारी हिरण्यकशप ने होलिका की गोद में बैठाकर आग के हवाले किया गया था. भगवान की कृपा से होलिका जल गई जबकि प्रहलाद बच गया था. आओ इस पर्व में एक दूसरे को रंग लगाकर आपसी प्रेम और भाईचारे को जिन्दा रखें.