हिमाचल में सोमवार से 15 से 18 साल के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो रही है। इसमें स्कूल के छात्रों को यह विकल्प दिया जा रहा है कि वे किसी भी स्कूल में जाकर वैक्सीन लगवा सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जरूरी नहीं है। जहां भी सेशन पब्लिश हुआ है, वहां जाकर टीका लगाया जा सकता है।
राज्य सरकार ने हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में ही यह व्यवस्था की है। करीब चार लाख बच्चों को सोमवार से यह टीकाकरण शुरू होगा। स्कूली बच्चों को 28 दिन के बाद दूसरा डोज भी दिया जाएगा। किशोरों के लिए कोविड वैक्सीन लगाने के लिए केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश में दो लाख 80 हजार वैक्सीन की डोज आबंटित पहले ही कर दी गई थी।
अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की ओर से वैक्सीन की डोज सभी जिलों को भेज दी गई है। सभी जिलों को बच्चों की संख्या के हिसाब से वैक्सीन आबंटित की गई है। भारत सरकार ने आश्वस्त किया है कि और भी यदि वैक्सीन की जरूरत होगी, तो वह समय पर भेज दी जाएगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्णय के अनुसार प्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का कोविड-19 टीकाकरण सोमवार से प्रारंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश मेें नवीं से बाहरवीं कक्षा के 3,57,450 लाभार्थियों को स्कूलों में ये टीके लगाए जाएंगे। कोविड की वैक्सीन की लगाने के लिए बच्चे स्वयं कोविड पोर्टल पर पंजीकरण करवा कर वैक्सीन लगाने का समय निर्धारित कर सकते हैं।
मोबाइल नंबर के माध्यम से 15 से 18 वर्ष के बीच के बच्चे वैक्सीन के लिए स्लॉट बुक कर सकते है। तीन जनवरी से बच्चों के लिए वैक्सीन लगाने का अभियान शुरू किया जाएगा। वैक्सीन सब स्कूलों में नहीं लगेगी, बल्कि किसी-किसी में हब बनाए जाएंगे। प्राइवेट स्कूल, नवोदय स्कूल और केंद्रीय विद्यालय भी सरकारी लिस्ट में शामिल होंगे।
हर रोज 40 हजार को टीका लगाने का लक्ष्य है, ताकि दस दिनों में टारगेट पूरा किया जा सके। पहली और दूसरी डोज के बीच 28 दिन का अंतर होगा। वैक्सीनेशन के लिए ऑनसाइट पंजीकरण की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। (एचडीएम)
देशभर में 15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीन लगाने के लिए सोमवार से वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने वाला है। हिमाचल में इस अभियान की लांचिंग मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी जिला से करेंगे। अभियान की लांचिंग के बाद बच्चों को वैक्सीन की डोज लगाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।