जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर में बुधवार दोपहर बाद अचानक चले अंधड़ से मेला कारोबारियों की अस्थायी दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीँ सुखबाग में चल रहे मेले में भी अंधड़ ने खलल डाला है। दोपहर बाद हुई तेज बारिश से दुकानों में पानी घुसने से कारोबारियों को हजारों का नुकसान हुआ है।
उड़ गई अस्थाई छतें
बुधवार दोपहर करीब तीन बजे अचानक तेज अंधड़ से मेला स्थल में लगी अस्थायी दुकानों की छतें उड़ जाने से खरीदारी को लेकर पहुंचे ग्राहक भी हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बचे। दहशत के माहौल के बीच लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
10 से 15 दुकानों को हुआ नुक्सान
अंधड़ से मेला स्थल पर करीब 10 से 15 दुकानों को नुकसान पहुंचा है। जबकि बारिश का पानी घुस जाने और धूल से 30 कारोबारियों का सामान भी खराब हुआ है।
एक घंटे तक ज़ारी रहा अंधड़
करीब एक घंटे तक जारी अंधड़ से कारोबारियों को अपना सामान संभालने का भी मौका नहीं मिला। धूल और बारिश से दुकानों में रखी खाद्य सामग्री भी खराब हो गई।
बुधवार 11:00 से 2:00 बजे तक मेला स्थल में जैसे ही खरीदारी को लेकर ग्राहकों की भीड़ उमड़ी, अंधड़ का कहर बरपा। इससे पहले कि कारोबारी अपना सामान समेट पाते, दुकानें उखड़ना शुरू हो गईं। कारोबारियों अपनी जान बचाकर भागना पड़ा।
जानी नुक्सान नहीं
हालांकि, कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। उधर, स्थानीय तहसीलदार डॉ. मुकुल शर्मा ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद अचानक आए अंधड़ से हुए नुकसान की जानकारी राजस्व विभाग से मांगी गई है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजने के बाद राहत व बचाव से संबंधित कार्य शुरू किए जाएंगे।
सुखबाग मेले में भी पड़ा खलल
बुधवार को जोगिन्दरनगर शहर के नजदीकी चौंतड़ा के सुखबाग़ में भी बारिश का खलल मेला कारोबारियों के लिए नुकसानदायी साबित हुआ। यहां पर सात दिवसीय महा सरस्वती मेले में करीब 200 कारोबारी पहुंचे हैं।
अफरा तफरी का रहा माहौल
लेकिन खराब मौसम के बीच कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ा है। मेला समिति के अध्यक्ष एवं पंचायत प्रधान विशाल राठौर ने बताया कि अचानक मौसम बिगड़ जाने से मेला स्थल में अफरा-तफरी का माहौल रहा। कारोबारियों के नुकसान की जानकारी मिलने के बाद वह आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
दिन के समय छाया अँधेरा
दोपहर 3 बजे के करीब घने बादलों के साथ थोड़ी देर के लिए जोगिन्दरनगर क्षेत्र में अँधेरा छा गया। तेज गर्जना के साथ बारिश हुई व तूफ़ान भी चला। वहीँ अंधड़ चलने के कारण कई जगह विद्युत् आपूर्ति भी काफी देर तक ठप्प रही।