शिमला : नई सरकार में कैबिनेट की पहली बैठक जल्द हो सकती है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिस तरह से दिल्ली से लौटते ही मुख्य सचिव और सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव के साथ बैठक की, उससे लग रहा है कि लोहड़ी से पहले भी बैठक संभव है।
इससे पहले कैबिनेट के लिए सोमवार 16 तारीख का दिन प्रस्तावित किया गया था। मंगलवार शाम दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया कर्मियों के सवालों पर भी संकेत दिया था कि अब उनकी पहली प्राथमिकता कैबिनेट की बैठक करने की है।
मुख्यमंत्री ने दिल्ली से आने के बाद मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना को पहली कैबिनेट के एजेंडा पर काम करने के निर्देश दिए हैं। इस बैठक में ओल्ड पेंशन को हिमाचल में बहाल करने का फैसला लिया जाएगा।
ओल्ड पेंशन के अलावा कांग्रेस के प्रतिज्ञा पत्र को सरकार के लिए नीतिगत दस्तावेज बनाने के साथ-साथ कर्मचारी तबादलों को लेकर भी कोई नई दिशा निर्देश कैबिनेट तय कर सकती है। राज्य में सरकारी कर्मियों के तबादलों को लेकर इंतजार काफी लंबा हो गया है।
पूर्व सरकार के दौरान 31 दिसंबर तक संभावित वेकेंसी के पदों पर किए गए तबादला आदशों को भी वर्तमान सरकार ने रोक दिया था। ऐसे में इस बारे में अभी फैसला लेना जरूरी है।
पोर्टफोलियो पर पार्टी स्तर की चर्चा पूरी
नए सात कैबिनेट मंत्रियों को क्या विभाग दिए जाएंगे, इस बारे में पार्टी स्तर पर कांग्रेस में चर्चा पूरी हो गई है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने सोमवार रात दिल्ली में भी हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत कई केंद्रीय नेताओं से इस बारे में बात कर ली है।
यह लिस्ट अब कभी भी जारी हो सकती है। जहां तक कैबिनेट विस्तार की बात है, तो उसके लिए अभी समय लगेगा।
अब पीएम से मिलने का टाइम लेंगे सीएम
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कैबिनेट की बैठक करने के बाद दिल्ली जाएंगे और प्रधानमंत्री से मिलने का समय भी लेंगे। मंगलवार को दिल्ली से लौटने के बाद यह बात उन्होंने कही।
इससे पहले भी मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री से मिलने गए थे, लेकिन भारत जोड़ो यात्रा से आने के बाद प्रोटोकॉल के तहत हुए टेस्ट में वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इस कारण प्रधानमंत्री से यह मुलाकात नहीं हो पाई थी।