क्या आपने खाई दीवाली की स्पेशल डिश एहंकलू ??

जोगिन्दरनगर : क्या आपने दीवाली के अवसर पर कभी एहंकलू खाए हैं.  कुछ समय पहले तक दीवाली के अवसर पर हर घर में बनते थे एहंकलू. लेकिन आज बड़ी मुश्किल से किसी घर में बनते हैं एहंकलू. आज समय के साथ इस परम्परागत डिश को लोग भूलते जा रहे हैं जिसे हमें संजोना होगा.

विलुप्ति के कगार पर एहंकलू 

एहंकलू यानि दीवाली के अवसर पर खाई जाने वाली एक स्वादिष्ट डिश जो आज लगभग विलुप्ति के कगार पर है. यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज की चकाचौंध में हम फास्ट फ़ूड के चक्कर में अपने परम्परागत व्यंजनों को भूलते जा रहे हैं.

पत्थर के बड़े बर्तन पर बनते हैं एहंकलू

यह स्वादिष्ट डिश एक बड़े पत्थर में बनाई जाती है जिसे हम पत्थर का बर्तन भी कह सकते हैं इसका पुराना नाम कैहलावा हैं  जिसमें मिस्त्री द्वारा तराश कर छोटी -छोटी खोरियां बनाई गई होती हैं. पत्थर के बर्तन के नीचे एक आधा घंटा पहले आग जलाई जाती है.

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