मंडी जिला में पूर्व सरकार के दौरान अप्रैल से नवंबर 2022 तक करीब 71 स्कूल नए खुले व स्तरोन्नत हुए हैं। प्रदेश में इस अरसे में सबसे अधिक स्कूल मंडी जिला में ही खुले व स्तरोन्नत हुए हैं। इन स्कूलों के भविष्य पर अब सरकार के निर्णय से संकट पैदा हो गया है।
नए खुले व स्तरोन्नत हुए स्कूल सबसे अधिक पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सराज विस क्षेत्र और पूर्व जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के क्षेत्र में हैं। हालांकि ज्दातातर स्कूलों को क्रियाशील किया जा चुका है। ऐसे स्कूलों को बंद करना सरकार के लिए भी पेचिदा होगा।
शिक्षा विभाग ने मंडी जिला से संबंधित स्कूलों की रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। जानकारी के अनुसार अपै्रल के बाद मंडी जिला में 71 स्कूल खोले या स्तरोन्नत किए गए हैं। इनमें 12 नए प्राइमरी स्कूल खोले गए हैं, जबकि 59 स्कूल स्तरोन्नत हुए हैं।
पूर्व सरकार ने 21 प्राइमरी स्कूलों को अपग्रेड कर मिडल बनाया है। मिडल से हाई स्कूल 25 और हाई से वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करीब 13 स्तरोन्नत हुए हैं। जिला में सबसे अधिक नए दस प्राइमरी स्कूल पूर्व सीएम जयराम ठाकुर की विस क्षेत्र खुले हैं और स्तरोन्नत भी सराज विस में सबसे अधिक हुए हैं।
इनमें अधिकांश स्कूल क्रियाशील हो चुके हैं, जबकि कुछ स्कूल नॉन फंक्शनल भी हंै। लेकिन फंक्शनल हो चुके स्कूलों को बंद करना प्रदेश सरकार के लिए मुश्किल हो सकता है। हालांकि ज्यादातर स्कूलों के लिए अध्यापकों की व्यवस्था दूसरे स्कूलों से की गई है।
अपग्रेड हुए स्कूलों में पूरी सुविधाएं भी नहीं हैं। बिना व्यवस्था किए के स्तरोन्नत किए गए स्कूलों के भविष्य पर संकट पैदा हो सकता है। क्योंकि प्रदेश में बिना बजट के प्रावधान किए स्तरोन्नत स्कूलों को रिव्यू करने की प्रक्रिया कांग्रेस सरकार से शुरु कर दी है, जिसके चलते विभागों ने स्कूलों को रिव्यू करने की रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दी है।
मंडी जिला में सबसे अधिक स्कूल स्तरोन्नत सराज विस और धर्मपुर विस क्षेत्र में हुए हैं। स्तरोन्नत स्कूलों में सही स्थिति, शिक्षकों की संख्या, बच्चों की इनरोलमेंट के अलावा स्कूल भवन में बच्चों को कमरों की उचित व्यवस्था को ध्यान में रखा जाएगा।
इसके चलते विभागों ने स्कूलों की रिपोर्ट तैयार करना शुरू कर दिया है। बता दें कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने पूर्व सरकार के पिछले नौ महीनों के सभी निर्णयों व घोषणाओं को रिव्यू करने का निर्णय लिया है।
अगर कांग्रेस सरकार रिव्यू करने को आगे बढ़ती है, तो मंडी जिला के करीब 71 नए खुले व स्तरोन्नत हुए स्कूलों सहित अन्य संस्थानों पर तलवार लटक सकती है। इनमें भी सबसे अधिक स्तरोन्नत स्कूल सराज विस क्षेत्र में हुए हैं।
अगर प्रदेश स्कूल नए व स्तरोन्नत हुए स्कूलों की रिव्यू कर सकती है तो अधिकांश स्कूलों पर संकट का सकता है। क्योंकि कुछ स्कूल नॉन फंक्शनल भी हैं। वहीं जो स्कूल फंक्शनल हो चुके हैं, उनमें स्कूल स्टाफ व अन्य व्यवस्थाओं की कमी भी है। बहरहाल प्रदेश सरकार आगामी क्या रणनीति तैयार करती है।
इस बाबत प्रदेश भर के स्कूलों की रिपोर्ट पहुंचने के बाद निर्णय लेगी। इस बारे में प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक मंडी अमरनाथ राणा ने बताया कि जिला में जो स्कूल अप्रैल 2022 के बाद स्तरोन्नत व नए खुले हैं। उन स्कूलों की रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय भेजी जाएगी।