मंडी : मंडी जिला में सायर (सैर) पर्व को लेकर तैयारियां शुरु हो गई है। हालांकि सायर पर्व को अभी पांच दिन शेष है। सायर पर्व में अखरोट ड्राई फ्रूट का अह्म स्थान है। जिसके चलते छोटी काशी मंडी में अखरोट की खेप रविवार को पहुंच गई है। इस बार बादामी और भूर्ज अखरोट 500 रूपये से लेकर 700 रूपये प्रति सौ तक बिकने का अनुमान है।
ग्रामीणों ने तरोताजा अखरोट को मंडी शहर के सेरी मंच सूखने के लिए डाल दिया है। ताकि सायर त्यौहार के दौरान लोगों को सूखे व अच्छी क्वालिटी के अखरोट मिल सके।
बता दें कि हिमाचल के मंडी में सायर (सैर) पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐतिहासिक सेरी मंच पर नगर निगम की ओर से अखरोट बेचने वाले व्यापारियों के लिए उचित स्थान उपलब्घ करवाता है।
इस बार अखरोट 700 सौ रुपये प्रति सौ तक बिकने का अनुमान है। पिछले साल के मुकाबले में अब की बार अखरोट के दाम में इजाफा होगा। इसके अलावा सायर पर्व के दिन घर-घर में पकवान बनाकर अपने सगे संबंधियों में वितरित किए जाते हैं।
सायर पर्व पशुधन व किसानों की खुशहाली का त्योहार है। सायर पूजा के समय वर्तमान मौसम के सभी अनाज व फसलों के पौधे, बेल व फल आदि को मिलाकर सायर बनाई जाती है। पूजा के लिए पांच से सात अखरोट भी रखे जाते हैं।
वहीं पर बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद लेने के लिए भी अखरोट दूर्वा के साथ उनके हाथों में देकर उनके चरण स्पर्श किए जाते है। सायर पर्व के दौरान बाजार में सबसे अधिक महंगा कागजी अखरोट बिकता है।
इसके बाद बादामी अखरोट तथा भुर्ज अखरोट का नाम है। दोनों किस्म के अखरोट के दाम 500 से 700 रुपए से अधिक होते हैं। लोग मंडी शहर में पहुंचकर अच्छे किस्म के अखरोट की खरीददारी करते हैं।