शिमला : आखिरकार पब्लिक सर्विस कमीशन हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के भंग होने के बाद क्लास थ्री या ग्रुप सी की भर्तियां लेने को तैयार हो गया है। लोक सेवा आयोग की आंतरिक बैठक में इस पर सहमति बन गई है।
हालांकि आयोग इस बारे में राज्य सरकार से स्टाफ और संसाधन अतिरिक्त तौर पर मांगेगा। इस सप्ताह ही राज्य सरकार की ओर से आए रेफरेंस का जवाब वापस भेजा जाएगा।
इसके बाद राज्य सरकार को कैबिनेट में पब्लिक सर्विस कमीशन के रेगुलेशन में संशोधन करके ग्रुप सी की भर्तियां इनके दायरे में लानी होंगी, लेकिन सबसे बड़ा पेच यह है कि लोक सेवा आयोग ऐसी भर्तियों का रिकार्ड नहीं लेगा, जो विजिलेंस जांच के राडार पर हैं।
गौरतलब है कि अब तक जेओए पोस्ट कोड 965 के पेपर लीक के मामले में, जेओए पोस्ट कोड 939, जेओए पोस्ट कोड 817 और ड्राइंग मास्टर पोस्ट कोड 980 की भर्तियां जांच के अधीन चल रही हैं। इनमें से पोस्टकोड 817 को छोड़ बाकी सभी मामलों में चार एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।
पोस्टकोड 817 को लेकर भी करीब 73 अभ्यर्थियों से पूछताछ हो रही है। इस मामले में भी विजिलेंस ब्यूरो एक नया मामला दर्ज कर सकता है।
इसके अलावा विजिलेंस ब्यूरो की अपनी स्टेटस रिपोर्ट में कुल 18 भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक की आशंका जताई गई है। यह स्टेटस रिपोर्ट राज्य सरकार के रिकार्ड का हिस्सा है और पब्लिक सर्विस कमीशन को भेजे गए रेफरेंस में भी इसे जोड़ा गया है।
इसका मतलब यह हुआ कि इन सभी भर्तियों को लेकर पब्लिक सर्विस कमिशन रिजल्ट घोषित करने या प्रक्रिया आगे बढ़ाने पर फैसला नहीं ले पाएगा। हालांकि लोक सेवा आयोग इन पोस्ट कोड को लेकर नई भर्ती करने को तैयार है।
पूरे मामले में अब सरकार को पब्लिक सर्विस कमीशन से लिखित रूप में कंसेंट मिलने का इंतजार है। गौरतलब है कि पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग को 26 दिसंबर, 2022 को सस्पेंड कर दिया था।
बाद में पेपर लीक की परतें खुलने के बाद 21 फरवरी, 2023 को इसे भंग कर दिया गया है। अब वहां तैनात स्टाफ राज्य सरकार के सर्कुलर स्कूल में हैं और रिकार्ड को लेने और देने के लिए एक ओएसडी तैनात किए गए हैं।