जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर से आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मच्छयाल स्थित है. इस धार्मिक स्थल से कुछ ही दूरी पर एक ओर मच्छलियों की आल स्थित है जिसे बल्ह आल भी कहा जाता है. श्रद्धालु यहाँ मच्छलियों को आटा खिलाने के बाद यहाँ स्थित मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं.
बल्ह आल
मच्छयाल के बाद दूसरा स्थान बल्ह गाँव के पास और लवाणखड़ गाँव के एकदम नीचे स्थित है तथा यहाँ काफी संख्या में मछलियाँ हैं जहाँ इनकी पूजा होती है. इस स्थान में मच्छलियों को आटा खिलाकर पूजा अर्चना भी की जाती है.
मंदिर भी है यहाँ
इस स्थान में भगवान विष्णु के मत्स्यअवतार के रूप में मूर्ति स्थापित है तथा एक सुन्दर मंदिर का निर्माण भी किया गया है. श्रद्धालु मछलियों को आटा खिलाने के बाद इस मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं.
सड़क से नहीं जुड़ा
यह स्थान अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाया है. इस स्थान पर श्रद्दालु पैदल ही पहुँच सकते हैं. मच्छयाल की ओर से आने वाले श्रद्धालु मच्छयाल से वाया टनल के रास्ते से आते हैं जबकि दूसरे गांवों के लोगों के लिए भी पैदल रास्ते से ही यहाँ पहुंचना पड़ता है.
यहाँ नहाना है खतरनाक
इस स्थान पर नहाना खतरनाक है क्योंकि यहाँ शुरू में पानी कम गहरा है और आगे बहुत गहरा है और इस कारण पहले भी कई बार हादसे में खतरे से अनजान लोग अपनी जान गँवा चुके हैं. स्थानीय प्रशासन की ओर से चेतावनी बोर्ड लगाया गया है.
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