जोगिन्दर नगर निवासी और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद राम स्वरूप शर्मा बुधवार को नई दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास में छत से लटके पाए गए।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि उनका शव छत के पंखे से लटका हुआ मिला। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत लाया गया घोषित कर दिया।
अंग्रेज़ी अखबार ट्रिब्यून के मुताबिक, श्री शर्मा कथित तौर पर गंभीर अवसाद से पीड़ित थे और पिछले छह महीने से उनका इलाज चल रहा था। वह दिल्ली में अपने घर पर अकेले थे। उनकी पत्नी चार धाम यात्रा पर थी। शर्मा के निजी सुरक्षा अधिकारी मंडी में थे।
“प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है। वह बंद दरवाजे के कमरे में फंदे से लटके पाए गये हैं। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। जांच चल रही है और पोस्टमार्टम के बाद ही उनकी मौत के सही कारण पता चलेगा”, दिल्ली पुलिस ने कहा।
पुलिस के अनुसार, सांसद द्वारा अपने दरवाजे पर दस्तक देने का जवाब नहीं देने के बाद सुबह 7.45 बजे उनके स्टाफ़ सहयोगी ने पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) को फोन किया।
पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़ कर अंदर दाखिल हुए और शर्मा को सीलिंग फैन से लटका पाया।
10 जून, 1958 को जोगिन्दर नगर के जलपेहड़ गाँव में जन्मे शर्मा दो बार के सांसद थे।
दो बार चुने गये सासंद
हिमाचल प्रदेश के जोगिंद्रनगर में सन 1958 में जन्मे शर्मा पहली बार 2014 में लोकसभा के लिए चुने गए थे। 2019 के आम चुनावों में उन्हें फिर से मंडी से चुना गया था। उन्होंने विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति में भी कार्य किया।
बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनावों में पहली बार उन्हें मंडी सीट से उतारा था जिसमें उनकी जीत हुई थी। उन्होंने कांग्रेस की प्रतिभा सिंह के खिलाफ 39,796 वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की थी। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी ने उन्हीं पर विश्वास किया था और जीत हासिल की थी।
शर्मा वर्तमान में विदेश मामलों की स्थायी समिति और विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य थे।