हिमाचल प्रदेश में करीब एक सप्ताह बाद फिर से बारिश का दौर शुरू हो गया है। बीते 24 घंटे में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बारिश का असर देखने को मिला है। हालांकि ताजा बारिश से प्रदेश में किसी भी तरह का नुकसान अभी तक सामने नहीं आया है। धर्मशाला में 30 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।
जबकि मंडी में 11 और बिलासपुर में 10 मिमी बारिश का आकलन किया गया है। इसके अलावा शिमला में दो मिमी बारिश दर्ज की गई है। आगामी 24 घंटे में मौसम विभाग ने प्रदेश के कुछेक स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है।
अलग-अलग विभागों ने शुक्रवार को भी पूर्व में प्रभावित हुई सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम जारी रखा। प्रदेश भर में पीडब्ल्यूडी की 205 सड़कें अभी भी बंद हैं।
इनमें सबसे ज्यादा 92 सडक़ें मंडी जोन में बंद है। जबकि शिमला जोन में 45 सड़कें ठप हैं। हमीरपुर जोन में 39 और कांगड़ा में 27 सड़कों पर आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है।
बीते 24 घंटे में पीडब्ल्यूडी ने 30 सडक़ों को बहाल किया है। इन सडक़ों पर अब बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। पीडब्ल्यूडी ने दावा किया है कि मौसम साफ रहा तो आगामी 72 घंटे में प्रदेश के ठप पड़ी सभी सड़कों को बहाल कर लिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी को 2934 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान अभी तक लगाया गया है। प्रदेश भर में 290 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद हुए हैं।
इनमें मंडी में 143, शिमला में 130 और कुल्लू में 17 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। जलशक्ति विभाग की 18 स्कीमें भी अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं।
प्रदेश भर में ठप सडक़ों की वजह से परिवहन निगम के 70 रूट निलंबित हुए हैं। इन रूटों पर बसों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। जिन क्षेत्रों में रूट ठप हुए हैं।
इनमें तारादेवी में सबसे अधिक 34, मंडी में 16, कुल्लू में नौ, धर्मपुर में छह, सरकाघाट में चार, ऊना में पांच, देहरा में तीन, बैजनाथ में तीन, रामपुर में दो, पालमपुर, पठानकोट, करसोग और नाहन में एक-एक रूट बंद हैं।