मंडी : हिमाचल प्रदेश में शनिवार से बारिश लगातार हो रही है जिससे कई जगह भूस्खलन से यातायात प्रभावित हुआ है। वहीँ प्रदेश के मंडी जिला में भी कुछ दिनों से धीमी चल रही बरसात ने एक बार फिर तेजी पकड़ी है। शनिवार सुबह नौ बजे के बाद जिलाभर में जमकर बारिश हो रही है।
लगातार बारिश के चलते नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। बारिश के कारण हुए भू-स्खलन के कारण जिला में करीब 15 सड़कें बंद हो गई है।
इसमें सब डिवीजन थलौट में चार, सराज में नौ, सुंदरनगर और जोगिन्दरनगर में एक-एक सड़क मार्ग बंद हो गया है। प्रशासन व विभाग की टीम उक्त सडक़ मार्गो को बहाल करने में जुट हुआ है।
सड़क मार्ग बंद होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सड़क मार्ग बंद होने से जिला के कुछ उपमंडलों का आपस में संपर्क टूट गया है।
लेकिन लोक निर्माण विभाग समस्त सड़क को बहाल करने का पूरा प्रयास कर रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते कार्य में बाधा हो रही है।
प्रशासन का कहा कि बहुत जरुरी हो, तभी गतंव्य की ओर निकले। इस बारे में उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी का कहना है कि समस्त सड़कों को बहाल करने का कार्य जोरों पर जारी है।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के अध्यक्ष एवं जिलाधीश अरिंदम चौधरी ने लगातार जारी बारिश के दृष्टिगत जिला वासियों से सावधानी बरतने की अपील की है।
पंडोह-लारजी में बढ़ा जलस्तर पंडोह। पंडोह व लारजी डैम में जलस्तर बढ़ गया है। वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता ईं राजेश हांडा ने बताया कि डैम में लगभग 28 हजार क्यूसिक पानी प्रति सेकेंड की दर से आ रहा है। जिसमें से 20 हजार क्यूसिक पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है।
ऊहल नदी में बह गए 8 घोड़े
छोटा भंगाल घाटी के पलाचक से आगे झोड़ी के पास ऊहल खड्ड में भारी बारिश के कारण पानी के बहाव में आठ घोड़े बह गए। जबकि एक घोड़ा जिंदा बच गया है।
जानकारी के अनुसार बड़ा भंगाल निवासी परसराम, मनसा राम, पंधरी देवी के ये घोड़े बताए जा रहे हैं, जो खड्ड किनारे घास चर रहे थे कि अचानक खड्ड की ओर चले गए व पानी के तेज बहाव में बह गए।
वहीं तहसीलदार मुल्थान पीसी कौंडल ने ने प्रधानों, लोकल भेड़ पालकों के साथ दौरा किया। उन्होंने बताया कि 8 घोड़े पानी मे बह गए हैं जबकि एक घोड़ा बच गया है।
दो घोड़ों के शव मिल गए हैं जबकि बाकी का कोई पता नही चला है। उन्होंने कहा बड़ा भंगाल को झोड़ी के पास रास्ता खराब था उसे ठीक कर लिया है।
पीसी कौंडल ने कहा कि रिपोर्ट तैयार होने पर उस हिसाब से घोड़े मालिकों को उचित मुआवजा प्रशासन की तरफ से प्रदान कर दिया जाएगा।
पीसी कौंडल ने कहा कि उन्होंने बड़ा भंगाल जाने वाले लोगों से आग्रह किया है कि जब तक रास्ते की मरम्मत न हो जाती व एक पुल का निर्माण कार्य पूरा नही हो जाता, तब तक किसी भी तरह का जोखिम न उठाएं
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