मंडी जिला में दो दिनों से मौसम का मिजाज बिलकुल बिगड़ा हुआ है। आलम यह है कि सर्दी के मौसम में बरसात जैसी बारिश से लोग डर गए हैं। शनिवार और रविवार को जिलाभर में जोरदार बारिश हुई है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के चलते मंडी जिला में कई सड़क मार्ग बंद हो गए हैं।
लगातार हो रही बारिश के कारण अब तो कुछ क्षेत्रों में भू-स्खलन होने की स्थिति बन गई है। मंडी जिला में जहाँ मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश का दौर जारी है। वहीं जिला के ऊपरी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में हल्की सी बर्फबारी भी हो रही है। जिसके चलते कड़ाके की ठंड हो गई है।
बारिश व बर्फबारी के कारण मंडी जिला में पांच सडक़े बंद हो गई है। इसमें सराज क्षेत्र में तीन और करसोग में दो सडक़ें बंद है। जबकि रविवार सुबह तक जिला में 16 सडक़ें बंद हो चुकी थी।
इसमें सराज में तीन, करसोग में पांच, थलौट सब डिवीजन में पांच और मंडी सब डिवीजन में तीन सडक़ सुबह 10 बजे तक बंद थी। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने तत्परता दिखाते हुए 11 सड़कों को शाम तक बहाल कर दिया है।
अब ऊपरी क्षेत्रों की केवल पांच सड़कें ही शेष बंद पड़ी हुई है। वहीं दूसरी तरफ बारिश के कारण मंडी शहर के विश्वकर्मा मंदिर के साथ वाली पहाड़ी से ही मलबा गिरने का खतरा बन हुआ है। जिसके चलते उक्त क्षेत्र से ट्रैफिक की आवाजाही बंद कर दी गई है। सडक़ के दोनों छोर में पुलिस के कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं।
टीहरा-धर्मपुर में भू-स्खलन, सड़कों पर पानी
अवाहदेवी। लगातार हुई भारी बारिश के चलते टीहरा-धर्मपुर में कई संपर्क मार्ग नाले में तबदील हो चुके हैं। लगातार हुई भारी बारिश के दौरान पानी से सडक़ें लबालब दिखी । वही सडक़ों में भू-स्खलन गिरने की वजह से कई संपर्क मार्ग अवरुद्ध हो चुके हैं। बताते चले कि मौसम विभाग ने तीन दिन रेड अलर्ट जारी किया था। इसी के चलते लगातार हुई भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तथा इलाके में शीतलहर का प्रकोप एक बार फि र बढ़ गया है।
पड्डल मैदान में फैला कीचड़
भारी बारिश के चलते अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के मेला परिसर पड्डल मैदान मंडी में कीचड़ पसर गया है। आलम यह है कि मैदान के सजावट को लेकर भरी भरकम लोड के साथ पहुंच रहे ट्रक सहित अन्य वाहनों ने मैदान की सुंदरता को किरकिरा कर दिया है।
इतना ही नहीं छोटे पड्डल मैदान में भी भारी मात्रा में कीचड़ पसरा हुआ है। हालांकि मेले के सजावट को लेकर सारा सामान पड्डल मैदान में करीब तीन दिन पहले पहुंच गया था।
लेकिन बारिश के चलते मैदान में डोम, झूले सहित अन्य कार्य प्रभावित हुआ है। कंपनी के कर्मियों ने रविवार को मैदान के कुछ हिस्से में तिरपाल लगाकर काम करने में जुटे रहे। लेकिन तेज बारिश के कारण कार्य काफी प्रभावित हो रहा है।
घटासनी-बरोट सड़क बंद
भारी बारिश के कारण चौहार घाटी व छोटा भंगाल की 20 पंचायतों की 20 हजार आबादी को जोडऩे वाली मुख्य सडक़ घटासनी-बरोट गत शनिवार से बंद हो गई है। बरोट से 5 किलोमीटर दूर रोलंग नाला स्थान पर भारी चट्टाने गिरने के कारण यह मार्ग अवरूद्ध हुआ है।
रात से ही बरोट मुल्थान में सभी वाहन रुके हैं। वहीं लोक निर्माण विभाग झटीगरी ने सुबह से ही जसीबी मशीन काम पर लगा दी है। बरोट-मुलथान से रविवार को कोई भी गाड़ियाँ नही चली। लोगों को पैदल चलकर अपने जाना पड़ा।
इधर बरोट मियोट सडक़, बरोट मुलथान बड़ा गांव सड़क , बरोट लोहारडी सड़क, बोचीग रोलीग सड़क भी बर्फ के कारण बंद हो गई है। विभाग सड़क खोलने में लगा है।
लोक निर्माण विभाग झटीगरी के कनिष्ठ अभयंता देश राज ने कहा कि सड़क बहाल करने में मशीन और मजदूर लगे है। जल्द सडक़ बहाल कर दी जाएगी।
इसके साथ ही छोटा भंगाल व चौहार घाटी के गांवों मियोट बडी झरबाड, राजगुंधा, कुकड़ गुंधा, बड़ा गांव, कोठी कोढ, लोहारड़ी, जधार, पोलिंग स्वाड, रोलिंग, अंनदरली मलाह में 5 से 8 सेंटीमीटर तक ताजा हिमपात हुआ है।
किसानों-बागबानों के चेहरे खिले
करीब दो दिनों से जिलाभर में हो रही बारिश के कारण किसानों व बागवानों के चेहरे खिल गए है। क्योंकि बारिश न होने के कारण फसलों को नुकसान पहुंचना शुरु हो गया था। हालांकि कुछ प्रतिशत बिना बारिश के कारण प्रभावित हुई है। लेकिन दो दिनों से हो रही बारिश फसलों के लिए संजीवनी बनी है।