हिमाचल प्रदेश में छोटी काशी के नाम से मशहूर मंडी में 9 मार्च से आयोजित होने जा रहे अंतराष्ट्रीय शिवरात्रि उत्सव में भाग लेने के लिए प्रदेश के देव प्रस्थान करने लगे हैं। इसी कड़ी में मंडी जिला में पद्धर उपमंडल के तहत चौहारघाटी के वज़ीर नाम से विख्यात आराध्य देव श्री पशाकोट भी शिवरात्रि उत्सव के लिए रवाना हो गए।
करालड़ी मंदिर में रुके
देव पशाकोट उरला के करालड़ी मंदिर में एक दिन रुकने के बाद तैयार होकर अगले पड़ाव के लिए रवाना हो गए हैं। ठहराव के बाद देव मंडी अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि पर्व में शामिल होने के लिए मंडी के लिए सोमवार दोपहर को रवाना हो गए हैं।
महसवाण में हुआ रात्रि विश्राम
करालड़ी मंदिर में स्थानीय ग्रामीणों और देव कमेटी को आशीर्वाद देने के बाद देवता अपने लाव लश्कर सहित पहले खाबल में फिर शाम को मसवाहण गांव में रात्रि ठहराव किया।
मंगलवार को डलाह में रुकेंगे
पहाड़ी बजीरदेव पशाकोट मंगलवार को कोटरोपी गांव होते हुए गवाली, डलाह में रुकेंगे। अगले दिन पद्धर नारला होते हुए मंडी के लिए रवाना होंगे।
भक्तिमय हुआ माहौल
उपमंडल देवी देवताओं के वाद्य यंत्रों की सुरीली ध्वनि से क्षेत्र का माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो गया है। भारी संख्या में पद्धर में बसे चौहारघाटी व अन्य लोगों ने बड़ा देव हुरंग नारायण से आशीर्वाद लिया ।
जातर उत्सव में पधारेंगे देव गलू गहरी
सोमवार को हुरंग नारायण बड़ा देव नारला में रात को रुकने के बाद मंगलवार को कुन्नु पंचायत में प्रवेश कर करेंगे। देव गलू गहरी भीसनौहली में मंगलवार को जातर उत्सव में पहुंचेंगे ।
15 मार्च तक मनाया जाएगा शिवरात्रि उत्सव
इस बार मंडी में आयोजित होने वाला अंतराष्ट्रीय शिवरात्रि पर्व 9 मार्च से 15 मार्च तक मनाया जा रहा है। शिवरात्रि का पर्व पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।