नेशनल हाई-वे अथारिटी ऑफ इंडिया ने मंडी और कुल्लू के बीच डबल लेन का निर्माण शुरू कर दिया है। इस कड़ी में वोल्वो बस का ट्रायल भी कीरतपुर-मनाली एनएच पर किया जा रहा है और जल्द ही वोल्वो बस मनाली पहुंचेगी। एनएचएआई ने अपनी एजेंसियों को रात के समय काम करने के निर्देश दिए है।
मनाली-कीरतपुर नेशनल हाई-वे पर सबसे बड़ी मुश्किल कैंची मोड़ पर आ रही है। यहां करीब दस मीटर जमीन अभी तक एनएचएआई को नहीं मिल पाई है। इस जमीन के उपलब्ध होने के साथ ही कैंची मोड़ में नेशनल हाई-वे को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया तेज होगी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कुल्लू दशहरा को अंतरराष्ट्रीय उत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है। प्रदेश में आई त्रासदी के बाद यह पहला सबसे बड़ा आयोजन होगा। मुख्यमंत्री सुक्खू पहले ही इस आयोजन में विदेशी ग्रुपों के आने की बात कह चुके हैं।
साथ ही शिमला से कुल्लू तक इस उत्सव को लेकर तैयारियां तेज हो गई है। कुल्लू में दशहरे के आयोजन पर सबसे बड़ी भूमिका कीरतपुर-मनाली एनएच की रहने वाली है और इसे देखते हुए एनएचएआई ने अब युद्धस्तर पर यहां काम शुरू कर दिया है।
यहां सबसे बड़ा इंतजार कैंची मोड़ में दस मीटर जमीन को लेकर हो रहा है।
रात को भी काम जारी
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि एनएचएआई ने एनएच बहाल करने का काम युद्धस्तर पर शुरू किया है। कीतरपुर-मनाली एनएच पर मंडी और कुल्लू के बीच यातायात बाधित न हो, इसके लिए एजेंसियां रात को काम कर रही है।
एनएच को डबललेन बनाया जा रहा है और इसमें वोल्वो बस के ट्रायल शुरू किए है। ट्रायल सफल रहने के बाद एनएच पर वोल्वो बस का संचालन शुरू हो जाएगा।
अब सुरंगों की डीपीआर बना रहा एनएचएआई
प्रदेश में आई त्रासदी के बाद अब एनएचएआई ने सुरंगों के निर्माण पर काम शुरू कर दिया है। कीतरपुर-मनाली में ही अलग-अलग जगहों पर सुरंगों की डीपीआर तैयार की जा रही है।
इनमें जिन जगहों पर एनएच पूरी तरह से खत्म हो चुका है वहां अब नए सिरे से सुरंगों का निर्माण होगा। कीरतपुर-मनाली एनएच पर जल्द ही करीब दो किलोमीटर की डबललेन टनल बनाई जा सकती है। इसके प्रस्ताव पर चर्चा चल रही है।