जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर में पहली से पांच अप्रैल तक चलने वाला राज्य स्तरीय लघु शिवरात्रि मेला शुक्रवार को परम्परागत ढंग से शुरू हो गया। इस पांच दिवसीय राज्य स्तरीय मेला जोगिन्दरनगर में देवी-देवताओं के पधारने से समूचा माहौल देवमय हो गया है।
कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों के अंतराल के बाद शहर में शुक्रवार प्रात: से ही ढ़ोल-नगाड़ों की थाप पर देवताओं ने पदार्पण शुरू कर दिया तथा यह सिलसिला बाद दोपहर तक जारी रहा। चौहारघाटी के देवाधिदेव हुरंग नारायण व देव पशाकोट सहित देव गहरी व देव सूत्रधार ब्रह्मा आदि देवताओं ने जहाँ मेला जोगिन्दरनगर में शिरकत की वहीं क्षेत्र के अन्य भागों से भी भारी संख्या में देवी-देवताओं ने मेला में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है।
क्षेत्र के सभी छोरों से एकत्रित देवी-देवताओं के संगम पर कर्णप्रिय संगीत की ताल पर थिरकते देवी-देवताओं के साथ मानों समूचा जनमानस ही थिरक उठा हो कुछ ऐसा ही नजारा देखने में लग रहा था। लगभग 85 वर्ष पूर्र्व 1937 में मंडी रियासत के तत्कालीन नरेश जोगिंद्र सेन द्वारा स्थानीय सनातन धर्म मंदिर में शिवलिंग की स्थापना के साथ शुरू हुआ जोगिन्दरनगर मेला आज भी अपनी परंपरा को कायम रखे हुए है।
इसी परंपरा के चलते शुक्रवार को जोगिन्दरनगर मेले का विधिवत शुभारंभ से पूर्व स्थानीय विधायक प्रकाश राणा ने सदस्य निदेशक मंडल जायका पंकज जम्वाल की उपस्थिति में पुराने मेला मैदान में देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की व तत्पश्चात देवताओं की शोभायात्रा (जलेब) में भाग लिया। शोभा यात्रा के मेला मैदान में पहुंचने पर मुख्यातिथि द्वारा मेला का ध्वज फहरा कर मेला की विधिवत शुरुआत की। मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपमंडल अधिकारी (ना.) डा. मेजर विशाल शर्मा द्वारा मुख्यातिथि सहित अन्य अतिथियों को शाल, टोपी व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
विधायक प्रकाश राणा ने लोगों को दी बधाई
जोगिंद्रनगर । राज्य स्तरीय मेला जोगिंद्रनगर के शुभारंभ करने पश्चात विधायक प्रकाश राणा ने समस्त प्रदेशवासियों को लघु शिवरात्रि मेला जोगिंद्रनगर की बधाई देते हुए कहा कि मेले व त्योहार भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं। इन मेलों के आयोजन से न केवल आपसी भाईचारे की भावना को बल मिलता है, बल्कि हमारी इस प्राचीन संस्कृति का संरक्षण व संवर्धन भी होता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की समृद्ध देव संस्कृति की पहचान न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी है। विधायक प्रकाश राणा ने मेला आयोजन के लिए अपनी ओर से एक लाख रूपये देने की घोषणा भी की। वहीं, मेला समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम जोगिंदर नगर डा. (मेजर) विशाल शर्मा ने सभी देवी-देवताओं के साथ मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए मेले के आयोजन बारे विस्तृत जानकारी रखी। इस अवसर पर रीमा राणा, विभिन्न पंचायती राज व शहरी निकाय संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।
मुख्यातिथि ने दुकानदारों को बांटी पगडिय़ां
राज्य स्तरीय मेला जोगिंद्रनगर के इतिहास में पहली बार देखने को मिला, जब मेला के मुख्यातिथि स्थानीय विधायक प्रकाश राणा ने पूरे जोगिन्दरनगर शहर में दुकान-दुकान पर जाकर दुकानदारों को पगड़ियाँ बांटी और उन्हें मेला की जलेब ने शामिल होने का न्योता दिया।
मेले में सजीं महिला मंडलों की प्रदर्शनियां
पुराने मेला मैदान में जंहा विभिन्न महिला मंडलों की प्रदर्शनियां सजाई गई हैं। वहीं ऋतुरंग रंगमंच पर पूरा दिन महिला मंडलों के सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहे। मेले के पहले ही दिन सुबह 11 बजे से महिला मंडलों को कार्यक्रम शुरू हो गए। वहीँ सांयकालीन सांस्कृतिक संध्या में कलाकारों ने लोगों का मनोरंजन किया.