कुल्लू -मनाली : कोरोना काल के बाद पर्यटन सीजन के लिए कुल्लू-मनाली के पर्यटन कारोबारियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। वीकेंड पर मनाली में सैलानियों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है। मई तक जिभी, तीर्थन, मणिकर्ण से लेकर मनाली तक होटल और होम स्टे 60 फीसदी तक बुक हैं।
बड़े होटलों में ऑनलाइन बुकिंग 80 प्रतिशत तक पहुंच गई है। होटलों की धड़ाधड़ आ रही ऑनलाइन बुकिंग से पर्यटन कारोबारियों से चेहरे खिल उठे हैं। मैदानी इलाकों में लगातार चढ़ते पारे से राहत पाने के लिए पर्यटकों ने पहाड़ों का रुख किया है। वीकेंड पर मनाली में ऑक्यूपेंसी 50 से 60 फीसदी तक है। यह कोरोना काल से पहले से भी अधिक है।
देश भर से पर्यटकों ने ऑनलाइन बुकिंग तेज कर दी है। रोहतांग दर्रा में इस साल रिकॉर्ड बर्फबारी हुई है। सैलानी रोहतांग में जुलाई तक बर्फ का दीदार कर सकेंगे। जलोड़ी दर्रा, सरयोलसर और हामटा पास में मई तक बर्फ देखने को मिलेगी।
पहाड़ों में हुई रिकॉर्ड बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों के साथ साहसिक पर्यटन संचालकों के चेहरे खिले हुए हैं। लाहौल घाटी में पिछले एक माह से लगातार विंटर गेम्स चल रही हैं।
पर्यटन कारोबारी अनूप ठाकुर, देवेंद्र नेगी, गजेंद्र ठाकुर, किशन ठाकुर तथा ललित कुमार ने कहा कि समर पर्यटन सीजन के लिए तैयारियां पूरी हैं। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष मुकेश ठाकुर ने कहा कि इस साल गर्मियों के मौसम में सारे रिकॉर्ड टूटने वाले हैं।
ऑनलाइन सुविधा से जुड़े होटल मई तक के लिए 60 से 80 फीसदी तक बुक हैं। 15 अप्रैल के बाद पर्यटन कारोबार जोरों पर रहेगा। पर्यटन विकास निगम मनाली के एजीएम बीएस ओकटा ने कहा कि निगम के होटलों में मई के लिए धड़ाधड़ बुकिंग आ रही है।
दो साल तक पर्यटन कारोबार रहा ठप
कोरोना के चलते दो साल तक कुल्लू-मनाली का पर्यटन कारोबार पूरी तरह ठप रहा। जिले में करीब 2500 होटल, रेस्ट हाउस, होम स्टे तथा कॉटेज शामिल हैं। 2020 को पूरे वर्ष भर बंद रहे। 2021 में कई 50 फीसदी तक होटल व होम स्टे में ताला लगा रहा, जिससे 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार छिन गया और होटल कारोबारियों को भी नुकसान उठाना पड़ा।
साहसिक पर्यटन से जुड़े कारोबारियों में निराशा
पर्यटन सीजन में कुल्लू-मनाली के बीच चलने वाले साहसिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, लेकिन वर्तमान में दो माह से भी अधिक समय से जिले की साइटों में सन्नाटा है। रिवर रॉफ्टिंग प्वाइंट रायसन, बबेली और पिरड़ी के अलावा पैराग्लाइडिंग साइट डोभी, सोलंगनाला, फ्लाइन, गड़सा समेत बिजली महादेव में साहसिक गतिविधियां बंद हैं।