जोगिन्दरनगर।। पहली जनवरी, 2023 से कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन छोटी गाडिय़ों के लिए आवागमन के लिए चालू हो जाएगा। जानकारी के अनुसार अभी थापना टनल का काम चल रहा है, जिसे फरवरी तक कंपलीट करने के लिए जोरों पर काम किया जा रहा है।
इसलिए अभी के लिए फोरलेन को पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट के लिए शुरू करने की योजना है, जबकि अगले साल अप्रैल माह में फोरलेन बिलासपुर से लेकर गरामोड़ा तक पूरी तरह से कंप्लीट हो जाएगा और छोटे बड़े सभी वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले दिसम्बर 2022 तक किरतपुर-नेरचौक फ़ोरलेन को चालू करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन विभिन्न कारणों के चलते इसमें फिर से बदलाव किया गया है।
पहली जनवरी तक छोटे वाहनों के लिए खोलने की योजना
जानकारी के मुताबिक भगेड़ से लेकर स्वारघाट तक फोरलेन पर छोटे वाहनों को शुरू करने की योजना पर प्रशासन व निर्माता कंपनी काम कर रहे हैं और जनवरी माह से पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट तक छोटे वाहनों के लिए फोरलेन को शुरू करने की तैयारी है।
इससे बाहरी राज्यों से हिमाचल की सैर करने के लिए आने वाले सैलानियों का सफर लगभग एक घंटा कम हो जाएगा। योजना के तहत बिलासपुर से किरतपुर की तरफ जाने वाले वाहनों को जबली से नौणी, मंडी भराड़ी पुल, जकातखाना, पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट भेजा जाएगा, जिससे सफर मात्र 29 किलोमीटर रह जाएगा।
इसी तरह वापस आने के लिए मझेड़ से उतरते हुए जकातखाना, मंडी भराड़ी होकर आना होगा। इस रास्ते से सफर 34 किलोमीटर होगा। यहां बता दें कि वर्तमान में कैंचीमोड़ से बिलासपुर तक की दूरी कुल 47 किलोमीटर है।
कैंचीमोड़ से लेकर बिलासपुर तक का सफर मात्र 22 किलोमीटर रह जाएगा और नौणी से लेकर कैंचीमोड़ तक की दूरी 14 किलोमीटर ही रहेगी।
बिलासपुर के उपायुक्त पंकज राय ने बताया कि पहली जनवरी से फोरलेन को छोटे वाहनों के लिए पंजपीरी के रास्ते स्वारघाट तक थ्रू करने की योजना है।
पहली अप्रैल से छोटे बड़े सभी वाहनों के लिए फोरलेन शुरू कर दिया जाएगा। वहीं फोरलेन पर कैंचीमोड़ से नेरचौक तक पांच सुरंगें बनाई जा रही हैं।