कीरतपुर-मनाली नेशनल हाइवे में एनएचएआई ने भारी मशीनरी उतार दी है। आगामी 48 घंटे में एनएचएआई ने इस नेशनल हाई-वे को बहाल करने का लक्ष्य तय किया है।
नेशनल हाई-वे को बहाल करने का काम युद्ध स्तर पर छेड़ा गया है। दिल्ली से पहुंचे एनएचएआई के सदस्य सचिव के साथ हुई मीटिंग के बाद नेशनल हाई-वे को दोबारा से तैयार किया जा रहा है।
कुल्लू और पंडोह के बीच में चार जगह कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे के कई हिस्से पूरी तरह से गायब हो गए हैं। एनएचएआई ने बीते 24 घंटे में मनाली से रायसन ब्रिज तक लेफ्ट बैंक से, जबकि रायसन ब्रिज से कुल्लू तक ब्यास नदी के राइट बैंक से ट्रैफिक खोला है।
मनाली से इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हुए वाहन बाहर निकल पा रहे हैं। अब आगामी 48 घंटे में एनएचएआई ने कुल्लू से पंडोह के बीच नेशनल हाई-वे को जोडऩे के लिए 134 मशीनें उतार दी हैं।
इनमें 49 जेसीबी, 57 टिप्पर, 14 लोडर, चार ड्रिल जंबो रॉक, छह हाइड्रा, दो ग्रेडर और दो ब्लास्टिंग मशीन शामिल हैं। उधर, शिमला-चंडीगढ़ नेशनल हाई-वे को एनएचएआई ने बुधवार को बहाल कर लिया है।
परवाणू-सोलन और बीबीएन-नालागढ़ में 21 मशीनें लगाई गई हैं। इनमें 13 जेसीबी, पांच टिप्पर, दो लोडर और हाइड्रा शामिल हैं। एनएचएआई ने शिमला-मटौर के बीच 166 भारी मशीनों को तैनात किया है।
इनमें 54 जेसीबी, 57 टिप्पर, चार लोडर, 11 हाइड्रा व छह ग्रेडर शामिल हैं, जबकि पठानकोट से मंडी के बीच 64 मशीनों से मार्ग को बहाल करने का प्रयास लगातार जारी हैं।