प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को शामिल किया गया है, जिससे उनके समर्थकों में उत्साह है, जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को मोदी-3.0 कैबिनेट में अभी स्थान नहीं मिला है।
ऐसे में अनुराग ठाकुर को इंतजार करना होगा। इससे अनुराग के समर्थकों में मायूसी है। जेपी नड्डा ने मोदी मंत्रिमंडल में 5वें नंबर पर शपथ ली। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली।
उसके बाद दूसरे नंबर पर राजनाथ सिंह ने, तीसरे नंबर पर अमित शाह, चौथे नंबर पर नितिन गडकरी तथा 5वें नंबर पर जेपी नड्डा ने शपथ ली। मोदी मंत्रिमंडल में वह दूसरी बाद मंत्री बने हैं।
पहली बार वह मोदी के पहले शासनकाल में वर्ष 2014 में स्वास्थ्य मंत्री बने थे तथा इस पद पर वह वर्ष 2019 तक रहे। नड्डा ने वर्ष 1978 से अपनी सियासत की शुरूआत एबीवीपी से की थी। इससे पहले उन्होंने जेपी आंदोलन में हिस्सा लिया था।
हालांकि नड्डा गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं, लेकिन वह हिमाचल के कोटे से मंत्री बने हैं। उधर लगातार 5वीं बार लोकसभा में जीत दर्ज करने का इतिहास बनाने वाले अनुराग ठाकुर को इस बार अभी मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल पाया है।
ऐसे में उन्हें अब इंतजार करना होगा। अनुराग के समर्थकों को उनके मंत्री बनने की पूरी उम्मीद थी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह भाजपा कार्यकर्त्ता के रूप में काम करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है, उसमें वह अपना पूर्ण योगदान देंगे। उधर, नड्डा को कैबिनेट में स्थान देने के लिए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल, भाजपा विधायकों, पदाधिकारियों व अन्य नेताओं व कार्यकर्त्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है तथा मंत्री बनाए जाने पर नड्डा को शुभकामनाएं दी हैं।
इसके साथ ही सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू व मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी नड्डा को मंत्री बनाए जाने पर बधाई दी है।
मुख्यमंत्री ने नरेन्द्र मोदी को बधाई दी
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नरेन्द्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी है। उन्होंने विश्वास जताया कि मोदी देश और प्रदेश के लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरेंगे।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश की विकासात्मक आवश्यकताओं के लिए उदार वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
प्रदेश उदार वित्तीय सहायता से लाभान्वित होगा, जिसका उपयोग राज्य की अधोसंरचना और समग्र विकास के लिए किया जा सकेगा।