पैराग्लाइडिंग के लिए बिख्यात बिलिंग में साढ़े चार साल की बच्ची ने टेंडम उड़ान भरकर इतिहास रच दिया है। इस नन्ही बच्ची ने पायलट के साथ टेंडम उड़ान भरी व बिना खौफ के बिलिंग की ठंडी हवाओं का आनंद लेते हुए लैंडिंग साइट क्योर में लैंड किया।
यह साढ़े चार साल की बच्ची इनायत गुप्ता पठानकोट से यहां पहुंची थी और बिलिंग से पायलट के साथ टेंडम उड़ान भर कर सभी को अचंभित कर दिया। उड़ान भरते समय न उसे ऊंचाई का कोई खौफ था और न ही इस बात की चिंता कि वह अनजान पायलट के साथ उड़ान भर रही है।
इनायत की माता राधिका गुप्ता और पिता अर्जुन गुप्ता ने बताया कि बिलिंग आकर जब बच्ची ने पायलटों को टेंडम उड़ान भरते देखा, तो जिद करने लगी कि उसे भी ऐसे ही उड़ान भरनी है। उसने अकेले पायलट के साथ बिलिंग से उड़ान भरी व लैंडिंग साइट क्योर में लैंड किया, वह भी बिना किसी डर के। दूसरी और आठ साल से कम के बच्चे की इस तरह से उड़ान करवाना नियमों के खिलाफ है। ऐसे में यह मामला विवादों में भी आ गया है और संबंधित अधिकारियों ने इस बारे में सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
नियमों के मुताबिक आठ साल से ऊपर का बच्चा, जिसका वजन भी 25 किलोग्राम हो वही टेंडम उड़ान भर सकता है। इससे कम उम्र के बच्चों को टेंडम पायलट उड़ान नहीं करवा सकते हैं। पर्यटन विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक साढ़े चार साल की बच्ची की यह उड़ान नियमों के खिलाफ थी।
बिलिंग से उड़ान करवाने वाले पायलट सभी नियमों को ताक में रख कर पैसे बटोरने में लगे हैं। उन्हें न तो पर्यटकों की सुरक्षा की परवाह है, न ही प्रशासन का खौफ। बेशक पर्यटकों को इन नियमों की जानकारी नहीं थी, इसलिए यह टेंडम उड़ान करवाने वाले पायलटों को चाहिए की वे पर्यटन विभाग व स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें।
साडा व पैराग्लाइडिंग सुपरवाइजर रणविजय ने कहा कि जिस पायलट द्वारा साढ़े चार साल की बच्ची की टेंडम उड़ान करवाई गई है, उसके लाइसेंस को रद्द करने बारे पर्यटन विभाग के अधिकारियों को लिखा जाएगा। ताकि आगे से कोई दोबारा ऐसी गलती न करे।
साडा के चेयरमैन व एसडीएम बैजनाथ सलीम आजम का कहना है कि इस पायलट के खिलाफ कायवाही की जाएगी। इस बारे में पर्यटन विभाग के अधिकारियों को लिखा जाएगा। उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी, ताकि आगे से कोई भी गैर कानूनी काम न करे।