पद्धर से बिजनी तक पहले टू-लेन, फिर बनेगा फोरलेन

पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग की तस्वीर बदलने वाली है। पठानकोट-मंडी को भी एनएचएआई ने प्रदेश के अन्य सभी नेशनल हाई-वे की तर्ज पर फोरलेन में बदलने की तैयारी शुरू कर दी है। इसमें पद्धर से बिजनी के बीच एनएचएआई फोरलेन का निर्माण करेगी।

हालांकि यह निर्माण भविष्य में पूरा किया जाएगा। दरअसल, 25 किलोमीटर लंबे इस हिस्से में टू-लेन की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पद्धर से बिजनी तक के लिए दूसरे चरण में फोरलेन का टेंडर दोबारा होगा।

इसमें जमीन अधिग्रहण का काम एनएचएआई दूसरे चरण में पूरा करेगी, जबकि पठानकोट से मंडी तक अन्य मार्ग फोरलेन ही बनेगा। परौर से पद्धर तक के हिस्से को एनएचएआई द्वारा पहले ही फोरलेन में बनाया जा रहा है। गौरतलब है कि हिमाचल में इस समय पांच बड़े फोरलेन का काम जारी है।

इनमें शिमला-कालका, कीरतपुर-मनाली, पठानकोट-मंडी और मटौर से शिमला तक का काम कई हिस्सों में पूरा हो रहा है। इनमें कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे को एनएचएआई ने मंडी के सुंदरनगर तक जोड़ दिया है।

ऐसे में पठानकोट से मंडी नेशनल हाई-वे पर टू-लेन को फोरलेन में बदलने की कवायद शुरू होने के बाद अब मंडी का संपर्क दोनों तरफ से फोरलेन के साथ जुड़ जाएगा। इससे मंडी की शिमला और कांगड़ा दोनों जिलों से दूरी भी कम होगी और सफर करने वाले चालकों का समय भी कम लगेगा।

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि पठानकोट-मंडी नेशनल हाई-वे को फोरलेन में बदलने का काम शुरू हो गया है। इसे कांगड़ा के हिस्से में तेजी के साथ पूरा किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि बैजनाथ-मंडी के बीच के हिस्सों को टू-लेन रखने की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन एनएचएआई इस पूरे मार्ग को फोरलेन बनाने के पक्ष में है।

पद्धर से बिजनी के बीच के हिस्से का टेंडर पहले ही हो चुका है। ऐसे में पहले चरण में सिर्फ यही हिस्सा टू-लेन बनेगा, लेकिन इसके बाद इसे फोरलेन में बदल दिया जाएगा। पूरे प्रदेश में फोरलेन का नेटवर्क तैयार कर रहा है।

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