देश के 16वें राष्ट्रपति के लिए सोमवार को होगा चुनाव

देश के 16 वें राष्ट्रपति के लिए चुनाव सोमवार को होगा और इसमें सत्तारूढ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच सीधा मुकाबला है। राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन तथा राज्यों की विधानसभाओं में मतदान होगा। मतदान पूर्वाह्न 10 बजे शुरू होगा और अपराह्न पांच बजे समाप्त होगा। राष्ट्रपति चुनाव संयोग से संसद के मानसून सत्र के पहले दिन ही हो रहा है।

चुनाव के लिए सभी जरूरी तैयारी पहले ही पूरी की जा चुकी हैं और मतपत्र तथा मतपेटी स्ट्रांग रूप में कड़ी सुरक्षा में रखी गई है। मतों की गिनती 21 जून को की जाएगी। राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य तथा राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र दिल्ली तथा संघ राज्यक्षेत्र पुड्डुचेरी समेत सभी राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। राष्ट्रपति चुनाव गुप्त मतदान से होगा और कोई पार्टी व्हिप जारी नहीं करेगी।

चुनाव के लिए राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है जबकि विधानसभाओं के महासचिवों को सहायक निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है। आयोग ने चुनाव के दौरान मतदान एवं मतगणना की व्यवस्था की निगरानी के लिए 37 पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। विभिन्न राज्यों और केन्द्र – शासित प्रदेशों की विधानसभाओं में स्थित 30 मतदान-केन्द्रों में से प्रत्येक पर मतदान की निगरानी के लिए एक पर्यवेक्षक और संसद भवन के लिए दो पर्यवेक्षकों को तैनात किया है।

चुनाव में इस बार कुल 776 सांसद और 433 विधानसभा सदस्य भाग ले सकेंगे। मनोनीत सदस्यों को राष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेने का प्रावधान नहीं है। नामांकन केवल दिल्ली में कराया जा सकेगा। मतदान संसद और विधानसभाओं में ही कराया जाएगा। सहायक या द्वितीय सहायक निर्वाचन अधिकारी मतपेटियों को दिल्ली में पहुंचायेगा।

चुनाव के लिए सभी विधायकों के मतों का कुल मूल्य 543231 तथा सांसदों के मतों का कुल मूल्य 543200 होगा। यानी राष्ट्रपति चुनाव में पड़ने वाले मताें का कुल मूल्य 1086431 होगा। मतपत्र में सभी वोटरों को प्रथम प्राथमिकता दर्ज कराना अनिवार्य होगा। दूसरी एवं अन्य प्राथमिकता दर्ज कराना ऐच्छिक होगा। प्राथमिकता भारत में मान्य किसी भी भाषा में दर्ज करायी जा सकती है। चुनाव की प्रक्रिया 24 जुलाई तक संपन्न हो जाएगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पांच साल का कार्यकाल 24 जुलाई को पूरा हो रहा है।