हिमाचल में मौसम की बेरुखी के चलते सूखे जैसे हालात होने लगे हैं। मौसम की बेरुखी से किसान व बागवान परेशान हैं. उधर मौसम विभाग के अनुसार आगामी एक सप्ताह मौसम साफ रहेगा। वहीं विभाग ने मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा के कई क्षेत्रों में शनिवार और रविवार को सुबह-शाम के समय धुंध पड़ने और ठंडी हवाएं चलने का यैलो अलर्ट जारी किया है।
शनिवार को शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। ऊना में अधिकतम तापमान 25.0, बिलासपुर में 24.5, सोलन में 24.0, चम्बा-सुंदरनगर में 23.5, धर्मशाला में 23.0, भुंतर में 22.9, कांगड़ा में 22.7, हमीरपुर में 22.0, मंडी में 21.8, शिमला में 18.0, डल्हौजी में 15.8, मनाली में 15.0, कल्पा में 14.6 और केलांग में 7.7 डिग्री सैल्सियस दर्ज हुआ।
प्रदेश में पिछले डेढ़ महीने से चल रहा ड्राई स्पैल अब किसानों-बागवानों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहा है। बागवानी में दिसम्बर माह में होने वाले सभी कार्य बारिश न होने के कारण रुके हुए हैं, जबकि गेंहू की फसल पर भी संकट मंडरा रहा है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो आने वाले एक सप्ताह तक प्रदेश में बारिश के कोई आसार नहीं हैं। मैदानी क्षेत्रों में किसानों ने गेंहू की फसल की बिजाई तो कर ली है, लेकिन बारिश न होने के कारण बीज अंकुरित नहीं हो पा रहे हैं। खासकर उन क्षेत्रों में जहां पर सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं है।
कृषि बागवानी पर एक्सपर्ट व्यूज
कृषि विभाग के उप निदेशक डाॅ. राजेश कौशिक का कहना है कि इन क्षेत्रों में बागवान मल्चिंग करें ताकि नमी को वाष्पीकरण होने से रोका सके। उन्होंने कहा कि कि जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा अब असामयिक हो गई है। ऐसे में बारिश वाले दिनों पानी को बचाना जरूरी है।
न्यूनतम तापमान में कमी दर्ज
राजधानी शिमला और डल्हौजी के अलावा प्रदेश के सभी क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान कम हुआ है। वीरवार रात को केलांग और कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -5.6, सुंदरनगर में 0.2, भुंतर में 0.6, कल्पा में 1.0, मंडी में 1.1, मनाली में 2.0, सोलन-हमीरपुर में 2.4, चम्बा में 3.1, ऊना में 3.5, कांगड़ा में 4.8, बिलासपुर में 5.0, धर्मशाला में 8.2, शिमला में 10.0 और डल्हौजी में 10.8 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया।