कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि मंगलवार को धनतेरस के रूप में मनाई जा रही है। इस दिन धन देवी लक्ष्मी और कुबेर का पूजन करने का विधान है।
धन त्रयोदश के दिन प्रदोष काल यानि सूर्य अस्त और रात्रि की संधि के समय त्रिपुष्कर योग बन रहा है। ऐसे में प्रदोष काल शाम 6:38 बजे से 8:24 बजे तक रहेगा।
इस शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी और कुबेर का पूजन करने से शुभ फल प्राप्त होगा। इसके साथ ही धनतेरस पर बर्तन, सोना, चांदी, वाहन की खरीदारी करना शुभ माना गया है।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि मंगलवार को धनतेरस के रूप में मनाई जाएगी। इस दिन धन देवी लक्ष्मी और कुबेर का पूजन करने का विधान है।
धन त्रयोदश के दिन प्रदोष काल यानि सूर्य अस्त और रात्रि की संधि के समय त्रिपुष्कर योग बन रहा है। ऐसे में प्रदोष काल शाम 6:38 बजे से 8:24 बजे तक रहेगा।
इस शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी और कुबेर का पूजन करने से शुभ फल प्राप्त होगा। इसके साथ ही धनतेरस पर बर्तन, सोना, चांदी, वाहन की खरीदारी करना शुभ माना गया है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार तांबे को श्रेष्ठ माना गया है। ऐसे में तांबे का बर्तन खरीदकर घर लाना चाहिए।