प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वरिष्ठ नागरिकों के लिए जन आरोग्य योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र वाले नागरिकों को आयुष्मान भारत स्कीम में पांच लाख के नि:शुल्क इलाज का हैल्थ कवर मिल जाएगा।
अकेले हिमाचल प्रदेश में दो लाख बुजुर्गों को यह सुविधा मिलने जा रही है। इस योजना में रजिस्ट्रेशन कैसे होगा और बीमा कवर कैसे मिलेगा? इसके बारे में भी लांचिंग के साथ ही स्पष्ट हो जाएगा।
हिमाचल जैसे राज्य को पेंशनरों के मामले में इस स्कीम के इस्तेमाल की जरूरत है, केंद्र सरकार की इस योजना से हिमाचल के हैल्थ कवरेज सिस्टम में भी बदलाव होने जा रहा है।
70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को आयुष्मान में ट्रांसफर करने के कारण हिमाचल सरकार की हिमकेयर योजना से 81000 बुजुर्ग निकल जाएंगे। उन्हें पांच लाख की सालाना स्वास्थ्य कवरेज आयुष्मान भारत के तहत दी जाएगी। केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना 90:10 के खर्चे में चलती है।
हिमाचल में ऐसे छह लाख के करीब बुजुर्ग हैं। इनमें से 81,000 हिमकेयर में, जबकि कुछ राज्य सरकार के पेंशनर और कुछ आयुष्मान भारत में कवर हैं।
भारत सरकार से पत्र आने के बावजूद अब भी हिमाचल सरकार के पेंशनरों को लेकर स्थिति साफ नहीं है। भारत सरकार ने केंद्रीय पेंशनरों को लेकर भी इस पत्र में स्थिति साफ नहीं की है।
लांचिंग से पहले इस बारे में फैसला हो जाएगा। प्रदेश की पेंशनरों को मेडिकल री-इम्बर्समेंट की सुविधा मिलती है, लेकिन यदि उन्हें भी आयुष्मान भारत में ट्रांसफर कर दिया जाए, तो राज्य का बजट भी बचेगा।
पेंशनर्ज पर स्थिति स्पष्ट नहीं
आयुष्मान भारत के लिए भारत सरकार ने पत्र के जरिए राज्य सरकार को जो सूचना दी है, उसमें यह कहा गया है कि अलग-अलग योजनाओं में कवर 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को वन टाइम ऑप्शन के तहत इस विकल्प को चुनना होगा, लेकिन यह विकल्प क्या राज्य सरकार या केंद्र सरकार की पेंशनरों को भी मिलेगा? इस बारे में अभी स्पष्टता नहीं है।