बरसात के मौसम में मिलने वाले जामुन में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं और इसके सेवन से हम कई प्रकार की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। जामुन न केवल खून की कमी को पूरा करता है बल्कि यह ब्लड शूगर लेवल को भी कंट्रोल करने में मदद करता है।
जामुन में पाए जाने वाले कई औषधीय गुणों के चलते कई बार हम जरूरत से ज्यादा जामुन का सेवन कर लेते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
इतना ही नहीं बल्कि कुछ बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए जामुन का सेवन फायदे की जगह नुकसान का सौदा हो सकता है। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि किन लोगों को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- लीवर के मरीज- लीवर की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए जामुन का सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि जामुन में ऑक्सलिक एसिड होता है, जो जो लीवर के मरीजों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है, ऐसे में जामुन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
- खांसी-जुकाम- जामुन में शीतल गुण होते हैं और कई बार ये खांसी व जुखाम को बढ़ा सकते हैं। इसलिए खांसी और जुखाम से पीड़ित लोगों को जामुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- कब्ज- जामुन में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। ऐसे में अगर आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो आपको कब्ज की समस्या हो सकती है। यदि आपको पहले से ही कब्ज है जो जामुन न खाएं।
- खून के थक्के जमना – एथेरोस्क्लेरोसिस और रक्त के थक्के से संबंधित समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए जामुन का सेवन करने से बचना चाहिए।
- सर्जरी- जामुन ब्लड शुगर के लेवल को कम कर सकता है। इसलिए सर्जरी के दौरान और बाद में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इससे आपका ब्लड शुगर स्थिर रहे। सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले जामुन का सेवन बंद कर दें।
- वात दोष- अगर आपको वात दोष संबंधी समस्या है तो जामुन का सेवन करने से बचना चाहिए।
- एसिडिटी- जामुन को खाली पेट नहीं लेना चाहिए और दूध पीने के बाद इसका सेवन नहीं करना चाहिए। खट्टेपन के कारण एसिडिटी हो सकती है।
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