चौहार घाटी की बर्फ से ढकी हुई यह खूबसूरत पहाड़ी भूभूजोत टनल निर्माण का बरसों से इंतजार कर रही है। भूभूजोत टनल का निर्माण होने से घाटी की इस खूबसूरत पहाड़ी का दृश्य पर्यटकों के लिए निहारने का मौका मिलेगा। देश व विदेश का पर्यटक गर्मियों के मौसम में कुल्लू- मनाली का रुख करता है। इस टनल के बनने से मनाली से जम्मू कश्मीर के लिए 70 से 80 किलोमीटर का सफर कम हो जाएगा।
धार्मिक स्थलों का होगा दीदार
यहां से चौहार घाटी के अनेकों धार्मिक पर्यटक स्थलों पर वहां की प्राचीन परम्पराओं को समझने का मौका मिलेगा । घाटी की सुंदरता और स्वच्छ वातावरण में अपने जीवन की सांस ले कर इस घाटी में बार बार खींचे चले आयेंगे।
जड़ी बूटियों की महक होगी आकर्षण
चौहार घाटी की ऊंची ऊंची हरिभरी हजारों जड़ी बूटियों से भरपूर पहाड़ियों खुशबू की महक से आनंदित हो कर हमेशा घाटी की इन वादियों में खींचे चले आयेंगे।
पर्यटकों को घाटी की भोली भाली जनता से आपसी संवाद कर इंसानियत जीवन के मूल्यों को समझने का भी अनूठा ही अनुभव मिलेगा।
रोजगार के बढ़ेंगे साधन
पर्यटकों को क्षेत्र की खूबसूरत वादियों में पहुंचने के लिए भूवुजोत टनल का निर्माण होना बेहद जरूरी है। भूबुजोत टनल चौहार घाटी की भोली भाली जनता के रोजगार का मुख्य द्वारा साबित होगा।
सामग्री के मिलेंगे उचित दाम
घाटी के जंगलों में अनेकों ऐसी प्राकृतिक हर्बल सामग्रियां उपलब्ध हैं जिन्हे बाजार में बहुत ही सस्ते दामों में बिक्री के लिए पहुंचाया जाता है।
जिससे स्थानीय बेरोजगारों को न के बराबर पैसा मिलता है जबकि शहरों में वही हर्बल खाद्य सामग्री सैकड़ों रुपए प्रतिकिलो ब्रिकी होता है ।
जंगली सब्जी की आसान होगी उपलब्धता
कान्हूर , गुच्छी, लिगड़ी, फाफरू, जंगली फल काफल, सैकड़ों जड़ी बूटियां, जड़ी बूटियों से रहित पेय जल के हजारों स्त्रोत इत्यादि हर्बल खाद्य सामग्री को इक्ट्ठा कर ऑनलाइन घाटी से देश के किसी भी कोने में बिक्री करके बेरोजगारों को रोजगार के संसाधन उपलब्ध होंगे।
प्रदेश की बढ़ेगी आर्थिकी
अगर इस प्रस्तावित टनल के निर्माण हो जाता है तो प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इससे हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी भी मज़बूत होगी।